
गरियाबंद से विपिन कुमार सोनवानी जिला ब्यूरो चीफ की रिपोर्ट
देवभोग न्यूज… देवभोग लोक निर्माण विभाग के अधिकारी इन दिनों अपने निचले स्तर के कर्मचारी पर मेहरबानी करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहें है जिसके चलते लोक निर्माण विभाग में नियुक्त चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी बिना काम किए वेतन ले रहें है इससे स्पष्ट जाहिर होता है कि विभाग के अधिकारी इनके ऊपर कितने मेहरबान है। सरकार को अतिरिक्त चुना लगाकर सरकारी खजाने को खाली कर रहें है।
बता दें देवभोग अनुभाग के लोक निर्माण विभाग में चतुर्थ श्रेणी के पद में 07 कर्मचारी स्थाई तौर से कार्यरत है तो वहीं 08 कर्मचारी आकस्मिक निधि तौर पर विभाग में कार्यरत है। लेकिन यहां सरकारी योजना के सभी कार्यों आकस्मिक निधि कर्मचारी ही करते है लेकिन इसके विपरीत चतुर्थ श्रेणी के स्थाई कर्मचारी ड्यूटी आना तो दूर कि बात है मुख्यालय आना भी मुनासिब नहीं समझते।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार देवभोग अनुभाग में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी मेघनाथ, रथ यदु और विक्रम ये तीनो कर्मचारी के ऊपर विभाग के अधिकारी बहुत ज्यादा मेहरबान है जिसके चलते बिना ड्यूटी किए वेतन पा रहें है जिसका खमियाजा आकस्मिक निधि तौर पे कार्यरत कर्मचारियों के ऊपर अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है।
*सेटिंग के चलते हो रहा है सारा खेल*.. विभागीय अधिकारी के सेटिंग के चलते ही ये कर्मचारी ड्यूटी आना जरूरी नहीं समझ रहें है क्यों कि इन्हें घर बैठे ही इनको वेतन कि प्राप्ति हो रही है मिली जानकारी के अनुसार वेतन के बदले दश परसेंट का खेला हो रहा है वेतन निकालने के एवज में कमिशन का खेल चल रहा है। अब देखना यह होगा कि खबर प्रकाशन के बाद विभाग के अधिकारी किस तरह हरकत में आते है और किस प्रकार कि कार्यवाही करते है और इस तरह कि खुली लूट पर विराम लगा पाते है या नहीं???
इस सम्बंध जब लोक निर्माण विभाग के अभियंता प्रदीप साहू से जानकारी ली तो उन्होंने गोल मटोल जवाब देने लगे और जांच करने कि बात कहीं। लेकिन अनुभाग के जितने भी कार्य इन्हीं से संचालित होती हैं।
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