
बिलाईगढ़ तहसीलदार कमलेश कुमार सिदार द्वारा गरीब छत्तीसगढ़िया किसान अगेश्वर पटेल और नंदकुमार पटेल सा.खुरसुला के खिलाफ पक्षपाती कार्रवाई करने का आरोप लगा है। दोनों भाईयों ने पहले राजस्व न्यायालय का सहारा लिया, लेकिन तहसीलदार ने बिना किसी उचित प्रक्रिया के दबंगाई करते हुए गरीब किसानों के घर पर बुलडोजर चला दिया। इस कार्रवाई के बाद, पटेल परिवार बेघर हो गये वे बिलाईगढ़ अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय के समक्ष भूख हड़ताल पर बैठे यह आन्दोलन
4 दिसंबर 2024 से जारी रहा।
पीड़ित परिवार ने छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना (CKS) और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी (JCP) से न्याय की गुहार लगाई । इसके बाद,
26 दिसंबर 2024 को JCP (जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी) के पूर्व विधायक प्रत्याशी रामेश्वर सोनवानी ने अनुविभागीय अधिकारी, बिलाईगढ़ को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने शासन और प्रशासन से इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की।

JCP द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में प्रशासन से अपील की गई कि पीड़ित परिवार को न्याय मिले और इस मामले में पक्षपाती कार्रवाई को रोका जाए।
साथ ही आन्दोलित पिड़ित परिवार के स्वास्थय सुरक्षा की जावाबदारी जिम्मेदारी शासन प्रसशान को शुद लेने अवगत कराया है।व अन्दोलित पीड़ित परिवार के द्वारा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बिलाईगढ़ समक्ष पूर्निरीक्षण प्रक्रण में त्वरित अविलम्ब कार्यवाही करने की मांग की गई ।

बाद 26/12/2024 को ही समय 6:08 बजे आन्दोलित पिड़ित परिवार अगेश्वर पटेल की पत्नि योगिता पटेल की तबियत आचानक बिगड़ी मौके पर मौवजूद अधिकारी द्वारा 108 एम्बुलेंश मंगाया गया उपचार हेतु बिलाईगढ़ सामुदायिक स्वास्थय केंद्र बिलाईगढ़ हॉस्पिटल ले जाया गया उपचार बाद तबियत में सुधार आया । अनुविभागी अधिकारी रा. बिलाईगढ़ ने फिलहाल आन्दोलित पिड़ित परिवार को निष्पक्ष कार्यवाही करने आस्वाशन देकर भूख हड़ताल आन्दोलन समाप्त करा लिया है ।