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छत्तीसगढ़राजनांदगांव

स्वदेशी मॉल थीम पर जिले में होगी साथी बाजार की स्थापना

राजनांदगांव से राधेश्याम शर्मा की रिपोर्ट

🛑कलेक्टर ने साथी परियोजना के संबंध में ली अधिकारियों की बैठक

🛑साथी परियोजना अंतर्गत आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देना, कृषकों की आय दोगुना करना तथा मेक इन इंडिया, लखपति दीदी परियोजना को दिया जाएगा बढ़ावा

🛑साथी बाजार में स्थानीय उद्यमिता को मिलेगा प्रोत्साहन

🛑स्थानीय स्तर पर बनाए हुए उत्पादों की बिक्री, प्रसंस्करण, पैकेजिंग जैसे कार्य होंगे सुगम

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🛑साथी बाजार की स्थापना के लिए आवश्यक बजट, स्थल चयन, एफपीओ एवं स्वसहायता समूह के व्यवसाय के चयन के संबंध में की गई गहन चर्चा

🛑कृषि उपज मंडी में बनेगा साथी बाजार

🛑साथी परियोजना से किसानों, महिलाओं, लघु एवं मध्यम उद्यमी होंगे सशक्त

🛑साथी बाजार विकसित करने के लिए सभी आवश्यक प्रक्रिया यथाशीघ्र पूर्ण करने के दिए निर्देश

🛑लोकल टू ग्लोबल की अवधारणा के अनुरूप किया जाएगा कार्य

राजनांदगांव। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में महिला स्वसहायता समूह के विभिन्न उत्पादों एवं कृषक उत्पादक संगठन के विभिन्न फसलों के उत्पादन एवं विपणन हेतु साथी परियोजना के संबंध में अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की साथी परियोजना अंतर्गत आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देना, कृषकों की आय को दोगुना करना तथा मेक इन इंडिया, लखपति दीदी परियोजना को बढ़ावा देना है। साथी परियोजना के तहत पूरे देश के सभी राज्यों के प्रत्येक जिले में साथी बाजार स्थापित किया जाना है। किसानों की आय दोगुनी करने, महिला स्वसहायता समूह को मजबूत करने की दिशा में यह महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना अंतर्गत जिले के किसानों तथा ग्रामीण क्षेत्र में स्वरोजगार के अवसर बढ़ाने हेतु समूह की महिलाओं को एक अच्छा प्लेटफार्म प्राप्त होगा। साथी बाजार में स्थानीय उद्यमिता को प्रोत्साहन मिलेगा तथा उन्हें एफपीओ के माध्यम से अपने कृषि उत्पादों एवं अन्य उत्पादों की बिक्री तथा मार्केटिंग का अच्छा अवसर प्राप्त होगा। स्थानीय स्तर पर बनाए हुए उत्पादों की बिक्री, प्रसंस्करण, पैकेजिंग जैसे कार्य कर सकेंगे। दुकान एवं कोल्ड स्टोरेज जैसी सुविधा भी होगी। उद्यमिता के विकास के लिए लघु एवं मध्यम उद्यम को बढ़ावा देने हेतु शून्य लागत पर किराए की जगह प्रदान की जाएगी। उन्होंने साथी बाजार की स्थापना के लिए आवश्यक बजट, स्थल चयन, एफपीओ एवं स्वसहायता समूह के व्यवसाय के चयन के संबंध में चर्चा की। उन्होंने बताया कि कृषि उपज मंडी में साथी बाजार के संचालन के लिए स्थान का चिन्हांकन कर लिया गया है। इसे विकसित करने के लिए सभी आवश्यक प्रक्रिया यथाशीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर साथी संस्कारधानी फामर्स प्रोडयूसर कंपनी लिमिटेड के नाम की स्वीकृति की जानकारी दी गई।
जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह ने कहा कि साथी परियोजना अंतर्गत साथी बाजार एक बहुत अच्छी अवधारणा है। जहां शहर के प्राईम लोकेशन में समूह की महिलाओं तथा एफपीओ को स्थान प्राप्त होगा। जहां वे अपने उत्पादों की बिक्री कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि साथी बाजार में कृषक एवं एफपीओ तथा समूह की महिलाएं सीधे ग्राहक को बाजार दर पर अपने प्रोडक्ट बिक्री कर सकेंगे। जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।
साथी परियोजना के स्टेट हेड श्री अनुराग लाल ने बताया कि भारत सरकार द्वारा कृषक उत्पादन संगठन तथा महिला स्वसहायता समूह के उत्पादन से लेकर विपणन तक सहयोग करने के लिए स्वदेशी मॉल थीम पर साथी बाजार की स्थापना एफपीओ तथा महिला स्वसहायता समूह को मजबूत बनाने के लिए साथी परियोजना अंतर्गत साथी बाजार की स्थापना की जा रही है। जिसके तहत जिले मेें बाजार संचालक के लिए एफपीओ का महासंघ होगा। साथी बाजार में समूह तथा एफपीओ सीधे अपने उत्पादों को बाजार दर पर ग्राहकों को बिक्री कर सकते हैं। लोकल टू ग्लोबल की अवधारणा के अनुरूप एवं सामान्य सुविधा केन्द्र स्थापित किया जाएगा। जहां स्वसहायता समूह, एफपीओ तथा लघु व मध्यम उद्यमियों के उत्पादों को प्रसंस्करण कर पैकेजिंग, ब्रांडिग एवं मार्केटिंग सहयोग प्रदान किया जाएगा। साथी बाजार में कृषक सहायता केन्द्र, सुपर मार्केट, स्पेशल प्रमोशन जोन होंगे। लघु एवं मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए नि:शुल्क स्थल प्रदान किया जाएगा। इस स्पेशल प्रमोशन जोन अंतर्गत वे अपने उत्पादों को रियायती दरों पर बिक्री कर सकते हंै। फूड जोन एवं गेमिंग जोन भी होंगे। प्रत्येक जिले में साथी बाजार का संचालन एफपीओ फ्रेडरेशन द्वारा किया जाएगा। जिसमें 50 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। साथी परियोजना से किसानों, महिलाओं, लघु एवं मध्यम उद्यमी सशक्त होंगे। साथी परियोजना के माध्यम से फसलों का भंडारण सुविधा उपलब्ध होने से फसल कटाई के पश्चात होने वाले नुकसान को कम किया जा सकेगा तथा किसानों की आय में वृद्धि होगी। उत्पादन से वितरण तक कृषकों की सहभागिता रहेगी। पूरे देश के साथी बाजार आपस में जुड़े होंगे व एफपीओ तथा स्वसहायता समूह देश के किसी भी साथी बाजार में अपना उत्पाद रखकर बिक्री का विकल्प होगा।
को-ऑर्डिनेटर साथी टेक्नो प्रोन्यर्स प्राईवेट लिमिटेड रायपुर से आये श्री मनीष साहा ने आवेदन, टेंडर, पंजीयन कराने, ले-आऊट, अनुबंध एवं प्रक्रिया तथा साथी बाजार में दी जाने वाली सुविधाओं के संबंध में जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त श्री अतुल विश्वकर्मा, उप संचालक कृषि श्री नागेश्वर लाल पाण्डेय, सहायक संचालक उद्यानिकी श्री राजेश शर्मा, नगर एवं ग्राम निवेश के उप संचालक श्री कमल सिंह, कृषि विज्ञान केन्द्र राजनांदगांव की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. गुंजन झा, कृषि उपज मंडी सचिव श्री टीआर वर्मा, कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी, नीति आयोग के प्रतिनिधि तथा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला मिशन प्रबंधक श्री पीनाकी डे सरकार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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