छत्तीसगढ़

वक्ता मंच रायपुर की काव्य गोष्ठी का हुआ आयोजन साहित्यकारों ने साहित्य सृजन से लिख रहे साहित्य की गाथा…

लक्ष्मी नारायण लहरे की रिपोर्ट

Advertisements

कविताओं के माध्यम से भारतीय सेना की वीरता को सलाम किया गया
छत्तीसगढ़ी संस्कृति में अश्लीलता फैलाने का कड़ा विरोध किया गया

रायपुर l अग्रणी सामाजिक संस्था “वक्ता मंच” द्वारा 24 मई की शाम राजधानी के वृन्दावन सभागृह में प्रदेश स्तरीय मासिक काव्य गोष्ठी संपन्न हुई l इसमें प्रदेश भर से आए 83 कवियों ने छत्तीसगढ़ी,हिंदी , अंग्रेजी एवं उर्दू भाषाओं में 5 घंटे तक धुंआधार प्रस्तुतियां दी l “भारतीय सेना ल जोहार” विषय पर संपन्न इस गोष्ठी में कविताओं के माध्यम से भारत के सैनिकों के शौर्य व वीरता को सलाम किया गया।

Advertisements
Advertisements

गोष्ठी के अंत में छत्तीसगढ़ी साहित्य व संस्कृति में अश्लीलता फैलाने का प्रयास करनेवाले तत्वों की निंदा की गई तथा इसके खिलाफ जारी आंदोलन के प्रति समर्थन व्यक्त किया गया l आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि  वरिष्ठ पत्रकार डॉ पी के तिवारी थे l कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार शोभा देवी शर्मा ने की l विशेष अतिथि की आसंदी पर वरिष्ठ कवयित्री शुभा शुक्ला ‘निशा ‘, मशहूर छत्तीसगढ़ी गीतकार मिनेश साहू, वक्ता मंच की संरक्षिका ज्योति शुक्ला, यातायात प्रशिक्षक टी के भोई एवं युवा संस्था के प्रमुख एम राजीव उपस्थित थे l कार्यक्रम के दौरान दो बाल कवियों काव्या राजीव एवं अनंत बाजपेयी को “शब्द सम्मान” प्रदान किया गया l इस दौरान तीन कवियों राहुल सोनकलिहारी, ओमवीर करण एवं भूपेंद्र कुमार के जन्मदिन को उत्सवित भी किया गया l आज की काव्य गोष्ठी का कुशल संयोजन वक्ता मंच के अध्यक्ष राजेश पराते, संयोजक शुभम साहू, सहसचिव हेमलाल पटेल, महिला इकाई प्रभारी धनेश्वरी नारंग के नेतृत्व में टीम वक्ता मंच द्वारा किया गया l
प्रमुख प्रस्तुतियां इस प्रकार रही:

संजय देवांगन, सिमगा
—————————
जन जन के हे इक ही नारा
बने रहय जी देश हमारा
भाईचारा बाटव सब में
जिनगी मा सुख रहय अपार
बइरी मन फेर कहां मानथे
करथे अब्बड अत्याचार
पर्यटक मन ल गोली मारे
खूब मचायव वो हर रार l

यशवंत यदु ” यश”:-
————————
मां बेटी का मान है सिंदूर
हम सबका सम्मान है सिंदूर
कोई इन पर आंख दिखाये तो
रौद्र रूप का प्रहार है सिंदूर l

चंद्रा वैष्णव
—————
ऐ मेरे वतन तुझे तेरी मिट्टी की कसम
तेरी सरहद पर जब भी मैं आऊंगा
तेरी रक्षा में तत्पर तेरे चैन और अमन के लिये
मैं कफ़न ओढ़कर भी जाऊंगा l

श्रीमती मधु तिवारी:-
————————-
भारत माता के मान रखइया
हरे रखवार वीर मान बढ़इया
बांधे रथे सदा माथे कफ़न ल
अपन देश बर हे जान लुटइया

राजेंद्र रायपुरी:-
——————-
ऐ भारत के वीर जवानों
नमन तुम्हे सौ बार है
तुम्हें मान देने को सारा
देश ही तैयार है

सुषमा प्रेम पटेल:-
———————-
तुमको नित वंदन है वीरों नहीं कभी धीरज खोते
बलिदानों से रचते गौरव अक्षर अमिट सदा होते
नभ से आगे कदम बढ़ाते रण में शौर्य दिखाते हो
वीर वही जो मरकर जीते परचम बन लहराते हो l

काव्य गोष्ठी में राजेश पराते,घासी रामरात्रे, शोभा देवी शर्मा, तुलेश्वरी धुरंधर, मन्नूलाल यदु, ऋषभ देव साहू, शिवानी मैत्रा, परम कुमार, मधु तिवारी, डॉ कमल वर्मा, दीपक पटेल, चंद्रहास सेन कोसरंगी, सरोज साव, मोहित कुमार शर्मा, राजा राम रसिक, जागृति मिश्रा, हेमलाल पटेल, राहुल साहू, डॉ उमा स्वामी, डॉ बीना सिंह रागी, हरिप्रकाश गुप्ता, ओमवीर करण सी एल दुबे, सुषमा प्रेम पटेल, डॉ सिद्धार्थ कुमार श्रीवास्तव, संजय देवांगन, देव मानिकपुरी, दानीराम वर्मा, संजय खरे, उत्तम देवहरे, राजेंद्र रायपुरी, रुनाली चक्रवर्ती, तामेश्वर साहू, लोकनाथ साहू ललकार, मो. हुसैन, ज्योति सोनी, सूर्यकांत प्रचंड, आर के तिवारी, एम साहू, भूपेश कुमार पथिक, गौकरण यदु, भूपेश पंसायत, भूपेंद्र कुमार शर्मा, अनामिका शर्मा शशि, संतोष शर्मा, संजीव यादव, मेवालाल साहू, डॉ उदयभान सिंह चौहान, डॉ गोपा शर्मा नोनी, चंद्रा वैष्णव, अंजू यदु, प्रमदा ठाकुर, प्रीतिरानी तिवारी, वीरेंद्र शर्मा, अंकुर शुक्ला, अतल शुक्ला, भूविक शुक्ला, चंद्रकला त्रिपाठी, सुयश शुक्ला, डॉ साधना कसार, आशा मानव, तुलसी साहू, प्रतिमा राजीव, काव्या राजीव, एम राजीव, राजेश चौहान, यशवंत यदु यश, सुमन शर्मा बाजपेयी, गोविंद धनगर, मिनेश कुमार साहू, छबिलाल सोनी, बाल कवि अनंत बाजपेयी सहित 83 कवियों ने काव्य पाठ किया l काव्य गोष्ठी का सफल संचालन शुभम साहू द्वारा किया गया l कार्यक्रम के अंत में वरिष्ठ समाजसेवी आदरणीय रामजीलाल अग्रवाल एवं वरिष्ठ कवयित्री नीता श्रीवास्तव के आकस्मिक निधन पर 2 मिनट का मौन रखकर भावभीनी श्रद्धांजली अर्पित की गई l

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button