डी० पी० एस० कल्याणपुर में ओपन हाउस सेमिनार का आयोजन

कानपुर से स्वप्निल तिवारी की रिपोर्ट
डी० पी० एस० कल्याणपुर के प्रेक्षागार ‘रिवेरा’ में आज एक ओपन हाउस सेमिनार का भव्य आयोजन हुआ जिसका उद्देश्य था छात्र केंद्रित शिक्षा प्रणाली में प्रत्येक छात्र को उसके गुणों, रूचियों,क्षमता के आधार पर भविष्य चुनने सपने देखने व महत्वाकांक्षाएँ बनाने का निर्देशन देना। इस लक्ष्य की प्राप्ति हेतु समर्पित विद्यालय प्रबंधतंत्र व शिक्षकों ने देश,विदेश में उच्च पदासीन,सम्मानजनक जीवनयापन करते,पूर्व छात्रों एवं उनके अभिभावकों को आमंत्रित किया और उनके द्वारा विद्यालय से मिले मार्गदर्शन व अनुभवों को छात्रों व अभिभावकों के साथ सांझा किया। पूर्व छात्रों में प्रमुख करन सेठ थे,जो एक प्रोफेशनल कंसल्टेंड हैं।

आई० आई० टी० के प्रोफेसर सुदीप भट्टाचारजी ने एक सम्मानित अभिभावक के रूप में अपने कार्यकौशल के अनुभवों से विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। वहीं मिनिस्टरी ऑफ पावर में उच्च पदासीन प्रतीक भल्ला; आई० आई० टी० कानपुर से इंजीनियरिंग स्नातक एवं वर्तमान में विदेशों में उच्च पदासीन मालविका तिवारी एवं मंगलम तिवारी की माँ डॉ० सीमा तिवारी जी ने एवं नीदरलैंड में इंजीनियरिंग एवं प्रोजेक्ट मैनेजर पद पर कार्यरत गगन दीप सिंह तलेजा ने ऑन लाइन आकर सेमिनार में उपस्थित छात्रों को विभिन्न विषयों व संकाय से प्राप्त सफलता के अपने अनुभव बताए एवं कहा कि विषयों का चयन सोच समझकर कर करें क्योंकि यही चयन आपके भविष्य की दिशा तय करेगा। इस ओपन हाउस में मुख्य कैरियर काउंसलर सुश्री कृति सराफ थीं जो यू० एस० ए० की सर्टिफाइड कैरियर काउंसलर भी है। उन्होंने छात्रों व अभिभावकों को परामर्श दिया कि वर्तमान समय की माँग है परंपरागत काम से हटकर कुछ अलग-अलग अवसर खोजने की। आज विश्व पटल पर नवीन चुनौतियों का सामना करने एवं अपनी पहचान बनाने के लिए यह आवश्यक है कि अलग-अलग विषयों का संयोजन करके कुछ नवीन प्रस्तुत किया जाए अतः छात्र-छात्राओं को परंपरागत विषयों से हटकर कुछ नवीन चयन करने की आवश्यकता है। इस ओपन हाउस में उपस्थित अभिभावकों ने इस सेमिनार की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह जानकारी उनके दृष्टिकोण को ज्यादा परिपक्व व बेहतर बनाएगी। नए विषयों व कैरियर पर अब वे ज्यादा स्पष्ट विचार बना पाएँगे। विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ. रिचा प्रकाश ने अपने वक्तव्य में कहा कि उन्होंने अध्यापन का क्षेत्र इस हेतु चुना क्योंकि लगातार सीखना व सिखाना, प्रत्येक छात्र के साथ उसकी योग्यता को ढूंढकर तराशने का कार्य,एक शिक्षक को सदैव विदयार्थी बनाए रखता है, साथ में बच्चों से मिलने वाला प्यार व सम्मान एवं अभिभावकों का विश्वास; शिक्षकों को समाज के लिए एक जिम्मेदार,कर्मठ और योग्य नागरिक तैयार करने का दायित्व देता है। उन्होंने कहा कि सही समय पर,सही लोगों से, सही जानकारी छात्रों को उपलब्ध करवाना ही इस ओपन हाउस की योजना की अवधारणा है।विद्यालय अपने छात्रों के समुचित एवं बहुआयामी विकास के लिए हर संभव कार्य करता रहेगा।