Advertisements
सारंगढ़ । जिला मुख्यालय से महज 4 किमी दूरी पर स्थित ग्राम दानसरा में महिलाओंके द्वारा एक अच्छी पहल की जा रही है। इन्होंने गांव में राम मंदिर निर्माण का बीड़ा उठाया है। इसे लेकर श्रीराम महिला समिति का गठन कर अपने-अपने घरों से मंदिर निर्माण को लेकर महतारी वंदन योजना में आ रही रकम का कुछ अंश निकाल कर गांव एवं आसपास के गांव में जाकर टोली बनाकर राम मंदिर निमार्ण को लेकर चावल से लेकर चंदा एकत्र कर मंदिर निर्माण में जुटी हुई है। जो अपने आस्था एवं श्रद्धा को लेकर एक मिसाल पेश कर रहे हैं। मंदिर निर्माण को लेकर इनका जुनून देखते ही बन रहा है। महिलाओं का कहना है कि – यह प्रेरणा अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद हमें आयी, इसके बाद गांव की महिलाओं के साथ इसे लेकर चर्चा कर सब की सहमति बनने के बाद एक समिति गठन कर मंदिर निर्माण का प्रण लिए हैं । देखते ही देखते इस कार्य में 70 महिलाएं जुड़ गई ।
सारंगढ़ । जिला मुख्यालय से महज 4 किमी दूरी पर स्थित ग्राम दानसरा में महिलाओंके द्वारा एक अच्छी पहल की जा रही है। इन्होंने गांव में राम मंदिर निर्माण का बीड़ा उठाया है। इसे लेकर श्रीराम महिला समिति का गठन कर अपने-अपने घरों से मंदिर निर्माण को लेकर महतारी वंदन योजना में आ रही रकम का कुछ अंश निकाल कर गांव एवं आसपास के गांव में जाकर टोली बनाकर राम मंदिर निमार्ण को लेकर चावल से लेकर चंदा एकत्र कर मंदिर निर्माण में जुटी हुई है। जो अपने आस्था एवं श्रद्धा को लेकर एक मिसाल पेश कर रहे हैं। मंदिर निर्माण को लेकर इनका जुनून देखते ही बन रहा है। महिलाओं का कहना है कि – यह प्रेरणा अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद हमें आयी, इसके बाद गांव की महिलाओं के साथ इसे लेकर चर्चा कर सब की सहमति बनने के बाद एक समिति गठन कर मंदिर निर्माण का प्रण लिए हैं । देखते ही देखते इस कार्य में 70 महिलाएं जुड़ गई ।
3 माह पूर्व मंदिर का भूमि पूजन कर निर्माण कार्य शुरू किया गया जो मंदिर के ढलाई लेबल तक पहुंच गया है। महिलाएं अपने-अपने घरों की कार्यकर समय निकाल कर मंदिर निर्माण के कार्य को लेकर अपना सारा ध्यान लगा रही है। महिलाओं का कहना है कि – हर कोई अयोध्या जाकर प्रभु राम के दर्शन नहीं कर सकता इस लिए क्यों ना हम इस क्षेत्र में एक राम मंदिर का निर्माण करें।जिससे जो अयोध्या ना जा सके प्रभु राम के दर्शन यहां कर सकें। महिलाओं की राम मंदिर के प्रति आस्था इतनी बढ़ गई है कि – दिन रात सोचते हैं कब यहां राम जी विराजमान हो अब तो राम लला इनके सपने में भी आने लगे हैं । चमेली शर्मा चर्चा के दौरान कहती हैं की 15 दिन पहले मेरे सपने में भगवान राम बाल रूप में मेरे घर में आकर दर्शन दिए । राधा मोहन साहू,चमेली शर्मा दिल कुंवर चौहान, नमिता शर्मा, हीराबाई राव, सुशीला मिश्रा,देवमती प्रधान,संतोषी गोस्वामी , रंभा मालाकार, सावित्री चौहान एवं अन्य महिलाएं चर्चा पर बताती है कि- गांव की महिलाएं अपनी महतारी वंदन से आ रही रकम का कुछ लोग तो पूरा तो कुछ लोग अंशदान राम मंदिर निर्माण में दे रहे है। हम लोग टीम बनाकर गांव के अलावा अन्य गांव-गांव जा कर महिलाएं इस कार्य के लिए प्रेरित भी कर रही हैं व उनसे सहयोग भी ले रही हैं ।जिससे व्यापक समर्थन भी मिल रहा है। राम मंदिर निर्माण को लेकर गांव गांव की महिलाएं सहयोग के साथ राम मंदिर के निर्माण में जुड़ रही है वो अपने सगे संबंधियों को भी जोड़ रही है।