R.O. No. 13229/ 57
Blog

गाड़ी चोर को शारदा नगर पुलिस द्वारा पकड़ कर राजनीतिक दबाव में छोड़ा जरा से मामले को गंभीर बनाने में जुटी पुलिस न्याय के लिए दर दर भटक रहा पीड़ित

R.O. No.13229/ 56
Happy Birthday Ad

जरा से मामले को गंभीर बनाने में जुटी पुलिस न्याय के लिए दर दर भटक रहा पीड़ित

Advertisements

लखीमपुर खीरी से शरीफ अंसारी
लखीमपुर-खीरी पुलिस अधीक्षक को दिए शिकायती पत्र में पीड़ित शकील को पुत्र बुद्धा खां निवासी बड़ागांव थाना शारदानगर जनपद लखीमपुर खीरी ने बताया है की घटना 20.07.2024 को करीब दोपहर 1.30 बजे की है जब पीड़ित अपनी प्लेटिना मोटरसाइकिल UP31BP7317 द्वारा ग्राम सुरजीपुरवा रोड पर मोटरसाइकिल खड़ी कर पेड़ खरीदने खेत चला गया उसी बीच विपक्षीगण भल्लर पुत्र अज्ञात, कालिया पुत्र महांत, प्रदीप पुत्र महांत, कमलेश पुत्र अज्ञात निवासी बड़ा गांव बड़ईडिहा थाना शारदा नगर लखीमपुर खीरी तथा मुश्ताक पुत्र छोटान खाँ व संदीप वर्मा पुत्र सुरेश वर्मा नि०. ग्राम बड़ागांव थाना शारदा नगर खीरी तथा रंजीत पुत्र अज्ञात निवासी ग्राम. बढ़ईडीहा थाना शारदा नगर लखीमपुर खीरी जो जुवारी है जुआ हारने के बाद चोरी की घटना को अंजाम देने वाले विपक्षी गण मिल कर पीड़ित की खड़ी मोटरसाईकिल चोरी कर ले गये दिनांक 22.07.2024 को पुलिस ने पांचों नामजद आरोपीयों को पकड़ कर पीड़ित की गाड़ी के एवज में 30 हजार रुपये दे कर मामले को शांत कराने की कोशिश की गाड़ी की वर्तमान कीमत 50 हजार है। जिस पर पीड़ित ने कहा की मेरी गाड़ी पचास हजार की मैं 30 हजार रुपए कैसे ले लूं

Advertisements

इतना सुनते ही सिपाही अरूण कुमार गौतम व संदीप ने कहा की जाओ न अब गाड़ी न ही पैसा मिलेगा सीधे जेल जाओगे पकड़े गये विपक्षी गणों में से तीन को छोड़ दिया दिनांक 23-07-2024 को पीड़ित ने आन लाइन शिकायत करते हुए जिला अधिकारी पुलिस अधीक्षक से मिला महोदय 7 दिन हो गए गाड़ी का कोई पता नहीं चला उल्टे पुलिस ने दो आरोपी को छोड़ दिया कुछ मिलाकर पांचों आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर है
इस से स्पष्ट हो राह है कि पकड़े गये विपक्षी गणों ने अगर चोरी नहीं की है तो रूपए देने को क्यों कह रहे है जो जांच का विपष है प्रभारी निरीक्षक शारदा नगर तहरीर बदलने अज्ञात के विरुद्ध रिपोर्ट लिखने की बात कर रहे तथा दबंग षड्यंत्र रच पीड़ित को फंसाने के फिराक में है पीड़ित ने रिजवान से गाड़ी ली थी उक्त गाडी रिजवान की बीबी के नाम है

रिजवान को भड़काकर पीड़ित को फंसाने और साथ दे रहे पत्रकार को फंसाने पर दस हजार अतिरिक्त रूपए देने की बात कर रहे हैं जिस पत्रकार की वजह से 30 रूपए और पांचों नामजद को पकडा परंतु बाद में राजनीतिक दबाव और रूपए लेकर मामले को मोड़ने की कोशिश की जा रही है शारदानगर पुलिस की भष्ट कारशैली का खामियाजा पीड़ित को भुगतना पड़ रहा है।

Advertisements

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button