राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर में बौद्धिक परिचर्चा में डिजिटल साक्षरता पर चर्चा हुए

लक्ष्मी नारायण लहरे की रिपोर्ट
कोसीर। कोसीर मुख्यालय के ग्राम अंडोला में राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम 07 दिवसीय शिविर के 5 वें दिन डिजिटल साक्षरता विषय पर चर्चाएं हुए । शहीद नंदकुमार पटेल विश्व विद्यालय रायगढ़ से संबंध पी. एम. श्री स्वामी आत्मानंद विद्यालय सारंगढ़ एवं शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोसीर के राष्ट्रीय सेवा योजना ईकाई के द्वारा संयुक्त सात दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन “मेरा युवा भारत के लिए युवा और डिजिटल साक्षरता के लिए युवा” के विषय पर शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय अंडोला में संचलित हो रही है ।पंचम दिवस के बौद्धिक परिचर्चा में मुख्य अतिथि के रूप में महेंद्र अग्रवाल सामाजिक कार्यकर्ता सारंगढ़ विशिष्ट अतिथि मुकेश दत्त शर्मा वरिष्ठ नागरिक, प्राचार्य एस पी भारती , व्याख्याता विजय कुमार महिलाने , प्रधान पाठक दयासागर दीक्षित ,अच्छे राम निषाद, देवांगन जी, कार्यक्रम अधिकारी कोसीर
विशेषर प्रसाद खरे एवं सभी स्वयं सेवक के उपस्थिति में चर्चाएं हुए । डिजिटल साक्षरता से तात्पर्य है डिजिटल तकनीक का उपयोग करने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल। इसमें शामिल हैं:
1. कंप्यूटर और मोबाइल फ़ोन का उपयोग करना।
2. इंटरनेट का उपयोग करना।
3. सोशल मीडिया का उपयोग करना।
4. ऑनलाइन सुरक्षा के उपाय।
5. डिजिटल सामग्री का निर्माण और साझा करना।
6. ऑनलाइन भुगतान और लेनदेन।
7. डिजिटल साक्षरता के माध्यम से व्यक्ति अपने जीवन को आसान और सुविधाजनक बना सकते हैं।
डिजिटल साक्षरता के महत्व:
1. ज्ञान और सूचना तक पहुंच।
2. रोजगार के अवसर।
3. संचार और संपर्क।
4. ऑनलाइन सेवाओं का उपयोग।
5. व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास।
डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए:
1. सरकारी पहल।
2. शैक्षिक संस्थानों में डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम।
3. सामुदायिक केंद्रों में डिजिटल साक्षरता प्रशिक्षण।
4. ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग।
5. डिजिटल साक्षरता के लिए विशेष कार्यक्रम।
सामाजिक कार्यकर्ता अग्रवाल द्वारा सभी स्वयं सेवकों को कलम, डायरी से सम्मान किया गया ।
प्राचार्य एस पी भारती द्वारा अतिथियों का आभार व्यक्त किया एवं साथ ही स्वयं सेवकों के उज्ज्वल भविष्य की कामनाएं की गई ।मंच संचालन राजकुमार जांगड़े कार्यक्रम अधिकारी स्वामी आत्मानंद स्कूल सारंगढ़ द्वारा किया गया।