हरिराम पटेल हत्या काण्ड का 24 घण्टे में पर्दाफाश
सारंगढ़ पुलिस ने किया 06 आरोपियों को गिरफ्तार
आरोपियों ने मृतक द्वारा अत्यधिक ब्याज दर पर रूपये उधार देने से आकोशित होकर की हत्या
सारंगढ़ जिले के ब्लॉक बरमकेला अंतर्गत ग्राम सिंघनपुर रोड में तड़के सुबह लोगो ने सड़क किनारे खून से लतपत बॉडी देख दंग रह गए क्षेत्र में सनसनी की तरह फैल गया की सिंगारपुर गांव के सड़क किनारे एक लाश पड़ा है आखिर किसका है कौन है देखने लोगो को भीड़ उमड़ पड़ी थी आपस के लोगो ने पुलिस को सूचना दी और जैसे ही पुलिस के सूचना मिली घटना स्थल पहुंचकर सारे एंगल से जांच करने में जुट गई और महज 24 घंटे के अंदर सारंगढ़ पुलिस प्रशासन को हत्या की जड़ तक पहुंच गए ये अपको बता दे दिनांक 23.07.2024 की रात्रि में पुलिस को सूचना प्राप्त हुई थी कि थाना बरमकेला के ग्राम सिंगारपुर गांव के पास एक व्यक्ति की लाश पड़ी हुई है जिस पर थाना बरमकेला एवं सरिया की पुलिस टीम तत्काल घटनास्थल पर रवाना हुई तथा घटनास्थल पर पहुँच कर जांच प्रारंभ की। जांच दौरान यह ज्ञात हुआ कि मृतक का नाम हरिराम पटेल है जो कि बरमकेला थाना क्षेत्र के ग्राम कमरीद का निवासी है। शव के निरीक्षण में प्रारंभिक तौर पर किसी धारदार हथियार से हरिराम पटेल की हत्या किया जाना स्पष्ट होने पर थाना बरमकेला में हत्या का अपराध दर्ज किया गया। पुलिस अधीक्षक पुष्कर शर्मा द्वारा त्वरित कार्यवाही के निर्देश पर थाना बरमकेला, सरिया, कोतवाली, डोगरीपाली एव साबर सेल प्रभारी के नेतृत्व में पृथक पृथक टीम बनाकर अन्वेषण कार्य किया गया। अन्वेषण के दौरान सीडीआर विश्लेषण एवं अन्य स्त्रोतों से संदिन्धों के बारे में जानकारी प्राप्त होने पर 06 संदिग्ध व्यक्तियों की धरपकड़ कर पूछताछ प्रारंभ की गई जिसमें उनके द्वारा हरिराम पटेल की हत्या करना स्वीकार किया गया। आरोपियों द्वारा पूछताछ में बताया गया की मृतक हरिराम पटेल ब्याज में उधारी देने का काम करता था।
आरोपी हेनानंद उर्फ गुडडू सारथी ने बताया कि उसने हरिराम पटेल से दिनांक 12.07.2024 को 80000 रूपये ब्याज पर लिया था, जिस पर हरिराम पटेल ने प्रति 04 दिवस में 20% ब्याज दर के हिसाब से 16000 रूपये ब्याज लेना तय किया था। आरोपी द्वारा मृतक को 02 ब्याज किश्त कुल 32000 रूपये दिया गया था। तथा दिनांक 24.07.2024 को अगला ब्याज किश्त 16000 रूपया देना था। इसी प्रकार आरोपी गोकुल सिदार ने बताया कि 01 वर्ष पूर्व उसने मृतक से 10000 रूपये ब्याज में राशि ली हुई थी जिसका कुछ मूल चुकाने पश्चात 7500 रूपये मूल राशि के प्रतिमाह 1500 रूपये ब्याज देना पड़ रहा था जिससे उक्त दोनो आरोपी अत्यंत आकोशित थे इसलिये दोनो आरोपियों ने अपने अन्य चार साथियों के साथ प्लानिंग कर उड़ीसा के एक लोहार से चारपहिया वाहन के पट्टा से तलवारनुमा धारदार हथियार बनवाकर हत्या के 02 दिवस पूर्व हत्या की पूरी प्लानिंग कर घटना को अंजाम दिया।