छत्तीसगढ़बिलाईगढ़

देवेंद्र जायसवाल ने बिलाईगढ़ का नाम किया रोशन

बिलाईगढ़ संवाददाता प्रकाश कुमार डनसेना की रिपोर्ट

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पूर्ण किया पीएच.डी. शोध कार्य
महाकवि कालिदास के साहित्य में वनौषधियों पर किया विशद अनुचिन्तन
बिलाईगढ़-  रायपुर मे 15 जुलाई 2025 —
पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर के संस्कृत विभाग के शोधार्थी देवेन्द्र कुमार जायसवाल ने अपना पीएच.डी. शोधकार्य सफलता पूर्वक पूर्ण कर लिया है। उनका शोधविषय था —
“महाकविकालिदासस्य साहित्ये वनौषधीनां अनुचिन्तनम्”,
जिसमें उन्होंने महाकवि कालिदास के साहित्य में वर्णित वनस्पतियों और औषधीय पौधों का सांस्कृतिक, साहित्यिक एवं आयुर्वैदिक दृष्टिकोण से गहन अध्ययन प्रस्तुत किया है।

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यह शोधकार्य विश्वविद्यालय के वरिष्ठ विद्वान डॉ. रामकिशोर मिश्र (वैदिक जी)के निर्देशन में सम्पन्न हुआ। शोध की मौखिक परीक्षा (Viva-Voce) संस्कृत जगत के ख्यातिप्राप्त विद्वान, अहिल्या संस्कृत विश्वविद्यालय, इंदौर के भूतपूर्व कुलपति डॉ. मिथिला प्रसाद त्रिपाठी की उपस्थिति में दिनांक 15 जुलाई 2025 को सम्पन्न हुई।

इस शोध में श्री जायसवाल ने कालिदास साहित्य में वर्णित औषधीय वनस्पतियों के बहुआयामी पक्षों को उजागर किया है, जो संस्कृत साहित्य एवं भारतीय पारंपरिक चिकित्सा पद्धति के मध्य एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करता है।

देवेन्द्र कुमार जायसवाल, सारंगढ़–बिलाईगढ़ जिले के निवासी हैं तथा नगर बिलाईगढ़ के प्रतिष्ठित व्यापारी श्री तेज प्रसाद जायसवाल एवं श्रीमती सुनीता जायसवाल के सुपुत्र हैं। वे श्री धर्मेन्द्र कुमार जायसवाल के बड़े भाई हैं। उनकी धर्मपत्नी श्रीमती निकिता जायसवाल, पुत्री द्वय वाणी जायसवाल ,प्रिशा जायसवाल ने इस शोधयात्रा में उन्हें हर स्तर पर सहयोग एवं संबल प्रदान किया।

देवेन्द्र जी पूर्व में UGC-NET एवं SET (संस्कृत विषय) की परीक्षाएं उत्तीर्ण कर चुके हैं। वर्तमान में वे अंबुजा विद्यापीठ, रवान(बलौदा बाजार) में संस्कृत शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं। वे सारंगढ़–बिलाईगढ़ जिले से संस्कृत विषय में अब Ph.D, UGC-NET एवं SET उत्तीर्ण करने वाले प्रथम व्यक्ति हैं, जो इस क्षेत्र के लिए एक गर्व का विषय है।

उनकी इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के विभागाध्यक्ष, शोध निर्देशक, शिक्षाविदों, सहकर्मियों एवं शैक्षणिक समुदाय ने हर्ष व्यक्त करते हुए उन्हें बधाइयाँ एवं शुभकामनाएँ दी हैं।

इस अवसर पर श्री देवेन्द्र कुमार जायसवाल ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, गुरुजनों, परिवार एवं सहयोगियों को देते हुए विशेष आभार अपने प्रेरणास्रोत गुरु श्री भुवनेश्वर प्रसाद पटेल (संस्कृतशिक्षक)एवं श्री देशराम डड्सेना(संस्कृत शिक्षक) के प्रति व्यक्त किया, जिनके स्नेह, दिशा एवं आशीर्वाद के कारण वे इस मुकाम तक पहुँच सके।
इस उपलब्धि के लिये सागर पब्लिक स्कूल बिलाईगढ़ के प्राचार्य प्रकाश डनसेना व शिक्षको ने बधाई दी l

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