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आरएसएस के एक शतक पूरे – संजय पांडे

प्रवीण कुमार थॉमस की रिपोर्ट

सारंगढ़ । जिला पंचायत अध्यक्ष संजय भूषण पांडे ने महती सभा में कहा कि – आरएसएस भारतीय संस्कृति और हिंदुत्व धर्म ध्वज वाहक एक ऐसी संस्था है , जो वसुधैव कुटुंबकम के सिद्धांत को लेकर आगे बढ़ती है । इसके जनक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार है , जिनका जन्म बासंती चैत्र नवरात्रि प्रतिपदा को हुआ था । जो हिंदू कैलेंडर का पहला दिन है , राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ जिसके आदर्श और सिद्धांत राष्ट्रीय चेतना की रक्षा करना है ।

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आज आरएसएस भारत में गुलाम मानसिकता और गुलामी के प्रतीकों त्याग कर आगे बढ़ रहा है । गुलाम मानसिकता से बनाई गई दंड संहिता को त्याग कर देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय न्याय संहिता को लागू किया । वसुधैव कुटुंबकम का हमारा मंत्र दुनिया के सभी कोनों तक पहुंच रहा है । आरएसएस के स्वयंसेवक देश के विभिन्न क्षेत्रों एवं हिस्सों में निस्वार्थ भाव से काम कर रहे हैं । संघ भारत की संस्कृति की अमित पहचान है । यह एक ऐसा वट वृक्ष है जो 100 वर्ष पूरे कर रहा हैं । स्थापना के समय से ही संघ के लिए यह बात स्पष्ट रही है कि – ऐसे अवसर उत्सव के लिए नहीं होते , बल्कि वह हमें आत्म चिंतन करने तथा अपने उद्देश्य के प्रति पुनः समर्पित होने का अवसर प्रदान करते हैं । साथ ही यह अवसर इस पूरे आंदोलन को दिशा देने वाले मनीषियों और इस यात्रा में निस्वार्थ भाव से जुड़ने वाले स्वयं सेवक व उनके परिवारों के स्मरण का भी है । 100 वर्षों के इस सुदीर्घ यात्रा के अवलोकन और विश्व शांति व समृद्धि के साथ सामंजस्य पूर्ण और एकजुट भारत के भविष्य का संकल्प लेने के लिए संघ संस्थापक डॉ केशव बलिराम हेडगेवार की जयंती से बेहतर कोई अवसर नहीं हो सकता , जो वर्ष प्रतिपदा यानी हिंदू कैलेंडर का पहला दिन है । डॉ हेडगेवार जन्म जात देशभक्त थे , भारतभूमि के प्रति उनका अगाध प्रेम और शुद्ध समर्पण बचपन से ही उनके क्रियाकलापों में दिखाई देता था । डॉ . हेडगेवार ने मातृभूमि को दास्ता की बेड़ियों से मुक्त कराने वाले सभी प्रयासों का सम्मान किया और इनमें से किसी भी प्रयास को कमतर नहीं समझा । उस दौर में सामाजिक सुधार  राजनीति स्वतंत्रता चर्चा के प्रमुख विषयों में से थे । ऐसे समय में भारतीय समाज को एक डॉ.  हेडगेवार के रूप में उन्होंने उन समस्याओं पर ध्यान केंद्रित किया जिनकी वजह से हम विदेशी दास्तां से मुक्त हुए ।

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