firstchhattisgarhnews

Advertisements

मैहर आमदरा थाना प्रभारी से उपर आरच्छक जीतेन्द्र पटेल

FIRST CHHATTISGARH NEWS
3 Min Read
Advertisements

मैहर से विकास सोनी की खास रिपोर्ट

मामला मैहर जिले के आमदरा थाने का है जहाँ पर दीपावली के दिन 31 अक्टूबर 2024 को मैहर के वरिष्ठ पत्रकार एवं मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के सदस्य नारायण दुबे जी की एक सडक दुर्घटना के दौरान मौत हो गई जिसके कारण उनके परिजनों ने कुछ समय के लिए NHI को जाम कर दिया।

घटना स्थल से थाने की दूरी लगभग 15 मिनट की थी लेकिन आमदरा पुलिस को सूचना देने के बाद भी पुलिस 2 घंटे बाद पहुंची एवं पहुँचने के बाद आरक्छक जीतेन्द्र पटेल ने धरने पर बैठे लोगों से गली गलौच व अभद्रता करने लगा , लेकिन स्थानीय विधायक श्रीकांत चतुर्वेदी के दखल के बाद NHI का जाम मृतक के परिजनों ने खोलने में प्रशासन की भरपूर मदद की।

Contents
मैहर से विकास सोनी की खास रिपोर्ट मामला मैहर जिले के आमदरा थाने का है जहाँ पर दीपावली के दिन 31 अक्टूबर 2024 को मैहर के वरिष्ठ पत्रकार एवं मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के सदस्य नारायण दुबे जी की एक सडक दुर्घटना के दौरान मौत हो गई जिसके कारण उनके परिजनों ने कुछ समय के लिए NHI को जाम कर दिया। घटना स्थल से थाने की दूरी लगभग 15 मिनट की थी लेकिन आमदरा पुलिस को सूचना देने के बाद भी पुलिस 2 घंटे बाद पहुंची एवं पहुँचने के बाद आरक्छक जीतेन्द्र पटेल ने धरने पर बैठे लोगों से गली गलौच व अभद्रता करने लगा , लेकिन स्थानीय विधायक श्रीकांत चतुर्वेदी के दखल के बाद NHI का जाम मृतक के परिजनों ने खोलने में प्रशासन की भरपूर मदद की।घटना के बाद आरक्छक जीतेन्द्र पटेल ने अपने कपडे स्वयं फाड़ कर अपने ही थाने में मृतक नारायण दुबे के परिवार एवं सहयोगियों के उपर फर्जी FIR दर्ज करवा दी की उन्होंने ने उनके साथ मार पीट की , घटना के बाद 03 नवंबर 2024 को मृतक के परिजन जिनके उपर FIR दर्ज हुई थी उन्हें आमदरा पुलिस ने उन्हें घर से उठा कर थाने ले गई एवं जीतेन्द्र पटेल द्वारा दर्ज FIR में सभी को बंद करने के लिए बोला गया , मामला बढ़ते हुए देख सभी पत्रकार एक जुट हुए और आमदरा थाने पहुँच गए , लेकिन पत्रकारों के पहुँचने की खबर लगते ही जीतेन्द्र पटेल थाने से गायब हो गया, तब तक मृतक पत्रकार के समर्थकों को समझाने पहुँचे एवं C. SP राजीव पाठक लेकिन उनके समझाइश के बाद भी पत्रकारों का गुस्सा कम नहीं हुआ, सभी पत्रकार मामले को लेकर SP सुधीर अग्रवाल जी के निवास पर पहुंचे , सभी पत्रकरों ने जब पुरे मामले की जानकारी SP सुधीर अग्रवाल को दी गई तो उहोने पत्रकारों एवं मृतक के परिजनों को आश्वाशन दिया की मृतक पत्रकार नारायण दुबे के समर्थको के उपर लगे मुक़दमे जाँच के बाद हटाए जायेंगे एवं आरक्छक जीतेन्द्र पटेल को सस्पेंड किया जायेगा , इस सारे घटनाक्रम में आमदरा पुलिस की भूमिका संदिग्ध थी, उसके बावजूद SP सुधीर अग्रवाल जी के आश्वाशन को सभी पत्रकारों ने मानकर पुरे मामले की जाँच CSP राजीव पाठक जी के द्वारा कराये जाने पर सहमत हुए।

घटना के बाद आरक्छक जीतेन्द्र पटेल ने अपने कपडे स्वयं फाड़ कर अपने ही थाने में मृतक नारायण दुबे के परिवार एवं सहयोगियों के उपर फर्जी FIR दर्ज करवा दी की उन्होंने ने उनके साथ मार पीट की , घटना के बाद 03 नवंबर 2024 को मृतक के परिजन जिनके उपर FIR दर्ज हुई थी उन्हें आमदरा पुलिस ने उन्हें घर से उठा कर थाने ले गई एवं जीतेन्द्र पटेल द्वारा दर्ज FIR में सभी को बंद करने के लिए बोला गया , मामला बढ़ते हुए देख सभी पत्रकार एक जुट हुए और आमदरा थाने पहुँच गए , लेकिन पत्रकारों के पहुँचने की खबर लगते ही जीतेन्द्र पटेल थाने से गायब हो गया, तब तक मृतक पत्रकार के समर्थकों को समझाने पहुँचे एवं C. SP राजीव पाठक लेकिन उनके समझाइश के बाद भी पत्रकारों का गुस्सा कम नहीं हुआ,

सभी पत्रकार मामले को लेकर SP सुधीर अग्रवाल जी के निवास पर पहुंचे , सभी पत्रकरों ने जब पुरे मामले की जानकारी SP सुधीर अग्रवाल को दी गई तो उहोने पत्रकारों एवं मृतक के परिजनों को आश्वाशन दिया की मृतक पत्रकार नारायण दुबे के समर्थको के उपर लगे मुक़दमे जाँच के बाद हटाए जायेंगे एवं आरक्छक जीतेन्द्र पटेल को सस्पेंड किया जायेगा , इस सारे घटनाक्रम में आमदरा पुलिस की भूमिका संदिग्ध थी, उसके बावजूद SP सुधीर अग्रवाल जी के आश्वाशन को सभी पत्रकारों ने मानकर पुरे मामले की जाँच CSP राजीव पाठक जी के द्वारा कराये जाने पर सहमत हुए।

Share this Article
Leave a comment