छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ी फिल्म ‘सुहाग’ देखकर भावुक हुए मुख्यमंत्री साय, बोले– ये हमारी संस्कृति की आत्मा है

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय राजधानी रायपुर स्थित मैग्नेटो मॉल के सिनेमाघर में छत्तीसगढ़ी फिल्म ‘सुहाग’ का विशेष प्रदर्शन देखने पहुँचे. फिल्म में मुख्य भूमिका निभाने वाले पद्मश्री सम्मानित और धरसींवा विधायक अनुज शर्मा के अभिनय की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने इस फिल्म का ट्रेलर लॉन्च किया था, और आज यह देखकर प्रसन्नता हुई कि छत्तीसगढ़ी सिनेमा कितनी खूबसूरती से अपनी जड़ों से जुड़ा हुआ है.

Advertisements

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, सांसद रूपकुमारी चौधरी, विधायक किरण देव सिंह सहित अनेक जनप्रतिनिधि और आयोगों/मंडलों के नवनियुक्त अध्यक्षगण उपस्थित थे. मुख्यमंत्री साय ने कहा कि ‘सुहाग’ एक पारिवारिक फिल्म है और भारत में पारिवारिक मूल्यों पर आधारित फिल्मों का सदा से विशेष स्थान रहा है. उन्होंने याद किया कि छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद पहली छत्तीसगढ़ी फिल्म ‘मोर छइहां भुइहां’ भी पारिवारिक थी, और अब ‘सुहाग’ उसी परंपरा को आगे बढ़ा रही है.

Advertisements

अंतर्राज्यीय चेन स्नैचिंग कराने वाले दो बदमाशों को पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया

फिल्म के माध्यम से छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति, रिश्तों की गरिमा और पारिवारिक जीवन की सहजता को सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया गया है. मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ी सिनेमा की प्रतिभाओं की भी सराहना करते हुए कहा हमारे कलाकार, निर्देशक और पूरी यूनिट मेहनत और लगन से कार्य करते हैं, इसलिए छत्तीसगढ़ी सिनेमा आज दर्शकों के दिलों को छू रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित फिल्म सिटी का निर्माण, छत्तीसगढ़ी सिनेमा को बेहतर अधोसंरचना, बेहतर अवसर और राष्ट्रीय मंच प्रदान करेगा. इससे स्थानीय प्रतिभाओं को बढ़ावा मिलेगा और राज्य की सांस्कृतिक पहचान और अधिक सशक्त होगी.

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि आज के दौर में टूटते बिखरते रिश्तों को सामाजिक मूल्य से जोड़े रखने का संदेश देती फिल्म “सुहाग” (वचन म बंधे मया के कहानी) आज के सामाजिक परिदृश्य में रिश्तों की अहमियत को सुंदर ढंग से परिभाषित करती है. यह फिल्म संदेश देती है कि रिश्तों में टकराव का कारण प्रेम और समर्पण का अभाव है. इसकी वजह से विवाह जैसे पवित्र बंधन से युवा पीढ़ी विमुख हो रही है. यह फिल्म छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक और सामाजिक ताने-बाने को सुंदर ढंग से प्रस्तुत करती है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button