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आदर्श कन्या छात्रावास छिन्द में 10 वीं की छात्राओं को विदाई दी

लक्ष्मी नारायण लहरे की रिपोर्ट

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निगरानी समिति की बैठक भी संपन्न हुई।

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सारंगढ़ – विकास खण्ड सारंगढ़ के आदर्श छात्रावास प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास छिन्द की छात्राओं ने छात्रावासी कक्षा 10 वीं की छात्राओं को आज 10 वी की अंतिम परीक्षा दिवस पर 2 बजे से अपनी बड़ी दीदियों को विदाई देने की संक्षिप्त कार्यक्रम आयोजित किये। तथा अधीक्षिका द्वारा निगरानी समिति की बैठक भी आयोजित की थी। उक्त दोनों कार्यक्रम को संयुक्त रूप से आयोजित किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत ग्राम पंचायत छिन्द के नव निर्वाचित सरपंच नरेश रात्रे एवं समिति के सदस्यों श्रीमती गोमती कोसले , नरेंद्र कोसले व अधीक्षिका श्रीमती रथबाई भारद्वाज ,विज्ञान प्रशिक्षिका श्रीमती सुकनी जांगड़े एवं सीएसी मोहन लाल जांगड़े , एम डी भारद्वाज द्वारा महापुरुषों की छायाचित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया गया। तथा ग्राम पंचायत छिन्द के नवनिर्वाचित सरपंच नरेश रात्रे जी का जोरदार स्वागत गुलदस्ता भेंटकर किया गया एवं अतिथियों एवं समिति के सदस्यों का भी स्वागत किया गया। सर्वप्रथम निगरानी समिति की बैठक में सरपंच नरेश रात्रे जी ने पानी की समस्या को त्वरित निराकरण करने का आश्वासन दिया और चतुर्थ कर्मचारी की कमी की समस्या को भी हल करने का आश्वासन दिए। बच्चों को भी अच्छे पढ़ाई कर अपने माता पिता गुरुजनों सहित छात्रावास का नाम रोशन करने को कहा।

जूनियर छात्राएं एवं अधीक्षिका ने अतिथियों के द्वारा 10 वीं बालिकाओं को कॉपी – पेन देकर स्वागत कर सम्मानित करते हुए विदाई दी गई। इस अवसर पर पुनः सभी छात्रावासी बालिकाओं को भी कॉपी-पेन दिया गया। इस कार्यक्रम में कक्षा 10 वीं की होनहार विद्यार्थी लगतार दो वर्षों से अपने कक्षा में प्रथम आकर छात्रावास का नाम रोशन करने वाली कु. बिंदिया अजय ने छत्रावास की अधीक्षिका की भूरी भूरी प्रसंशा करते हुए तीन साल तक अपने घर की तरह रहने तथा इस दौरान अधीक्षिका द्वारा की गई सहयोग व प्रेरणा को यादकर भावविभोर हुई। एवं अपनी छोटी बहनों को भी इसी छात्रावास में प्रवेश कराकर पढ़ाई कराने की बात कही। विशिष्ट अतिथि संकुल समन्वयक मोहन लाल जांगड़े जी ने संबोधित करते हुए उन्होंने अवगत कराया कि जब हमारा देश आजाद नहीं था उस समय महिलाओं बालिकाओं की स्थिति दयनीय थी। उस समय माता सावित्री बाई फुले एवं महापुरुषों ने महिलाओं के उत्थान के लिए उन्हें आगे बढ़ाने के लिए शिक्षा को महत्व दिया और शिक्षित करने के लिए संघर्ष किये। आप सभी को इन बातों को नहीं भूलना चाहिए और आगे बढ़ने के लिए सदैव शिक्षा को हथियार बनाकर आगे बढ़े कहा। कार्यक्रम के अंतिम में अधीक्षिका श्रीमती रथबाई भारद्वाज जी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी को धन्यवाद ज्ञापित कर आभार प्रकट की।

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