
शैलेंद्र कुमार सरगुजा संभाग ब्यूरो चीफ की रिपोर्ट
कुनकुरी के नजदीक,मायली के पास स्थित मधेश्वर शिवलिंग को विश्व का सबसे बड़ा शिवलिंग माना जाता है,लेकिन इस शिवलिंग को और शिव भगवान दोनों भी मानव के स्वार्थ के आगे बेबस नजर आ रहे। शिवलिंग के धरोहर अर्थात, आंगन को भी लोगों ने नहीं बक्शा, आप को बता दे इस मधेश्वर पहाड़ को छत्तीसगढ़, सरकार ने विश्व का सबसे बड़ा शिवलिंग माना, है पत्थर खदानों द्वारा बड़े जोर शोर से पहाड़ की खुदाई की जा रही, और ये ऐतिहासिक धरोहर लुप्त होने की कगार पर है खदाने कितना असर डाल रही, इसको देखिए और समझिए।

आप को बता दे कि मायली को खूबसूरत बनाने की मंशा, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्वयं की मधेश्वर पहाड़ के शिवलिंग को और मायली को छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा करोड़ों का बजट दिया जाने की बात कही है लेकिन सवाल ये है कि शिव की छाती,

ही अगर छलनी हो जाएगी,, तो क्या होगा मुख्यमंत्री की मंशा मायली और मधेश्वर पहाड़ को विश्व के पर्यटन में स्थान दिलवाना है और खदानों के द्वारा विश्व के सबसे बड़े शिवलिंग को रोज ब्लास्टिंग द्वारा शिव की छाती छलनी करना हिन्दुओं की आस्था से खिलवाड़ है।
