छत्तीसगढ़

थाना पूंजीपथरा में ग्राम कोटवारों की बैठक: कानून व्यवस्था और अपराध रोकथाम पर गहन चर्चा

पूजींपथरा। दिनांक 04 सितंबर 2024 को थाना पूंजीपथरा में ग्राम कोटवारों की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में माननीय जिला न्यायाधीश श्री जितेंद्र कुमार जैन, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्रीमती अंकिता मुदलियार, और पुलिस अधीक्षक श्री दिब्यांग पटेल के मार्गदर्शन में उप पुलिस अधीक्षक श्री अभिनव उपाध्याय और थाना प्रभारी श्री राकेश मिश्रा उपस्थित रहे। बैठक का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में कानून व्यवस्था को बनाए रखने और कोटवारों को उनके कर्तव्यों के प्रति जागरूक करना था।

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बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले अपराधों की रिपोर्टिंग और साइबर क्राइम से बचाव के उपायों पर विशेष ध्यान दिया गया। सायबर क्राइम के मामलों में ठगी से बचने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी साझा की गई, ताकि कोटवार गांववासियों को इसके प्रति जागरूक कर सकें। इसके साथ ही आगामी नेशनल लोक अदालत, जो 21 सितंबर 2024 को आयोजित होगी, उसके प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी भी कोटवारों को दी गई। उन्हें निर्देशित किया गया कि मुनादी के माध्यम से गांव के हर व्यक्ति तक नेशनल लोक अदालत की जानकारी पहुंचाएं। इसके अतिरिक्त, उन्हें यह भी समझाइश दी गई कि हर महीने के पहले रविवार को थाने में आयोजित होने वाली मीटिंग में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें।

कानून और व्यवस्था में कोटवारों की भूमिका: कोटवारों को उनके गांवों में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया गया और उनकी भूमिका को और मजबूत करने पर जोर दिया गया।

कानूनी जानकारी का प्रावधान: कोटवारों को कानूनी जानकारी दी गई और उन्हें उनके अधिकारों एवं कर्तव्यों के बारे में विस्तार से बताया गया, जिससे वे बेहतर ढंग से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर सकें।

अपराधों की रोकथाम के लिए रणनीतियाँ: ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए प्रभावी रणनीतियों पर चर्चा की गई। विशेषकर बाहरी व्यक्तियों, संदिग्ध व्यक्तियों और किरायेदारों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया गया, ताकि अपराधियों की पहचान और निगरानी में मदद मिल सके।

पुलिस के साथ सहयोग: कोटवारों को पुलिस के साथ सहयोग करने और अपने गांवों में होने वाले अपराधों की रिपोर्ट करने के लिए प्रेरित किया गया, ताकि अपराधों पर समय रहते काबू पाया जा सके।

आपदा प्रबंधन और राहत कार्य: आपदाओं की स्थिति में कोटवारों की भूमिका पर चर्चा की गई और उन्हें आपदा प्रबंधन व राहत कार्यों में सहयोग करने के लिए प्रेरित किया गया।

कोटवारों की समस्याओं पर विचार: कोटवारों ने अपनी चुनौतियों और समस्याओं को साझा किया, जिनका समाधान निकालने के लिए थाना प्रभारी ने हर संभव प्रयास का आश्वासन दिया।

बैठक के अंत में यह सहमति बनी कि थाना प्रभारी और कोटवारों के बीच संवाद बढ़ाना जरूरी है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में मदद मिलेगी।

इस महत्वपूर्ण बैठक में थाना स्टाफ के सदस्य, जैसे ASI जयराम सिदार, ASI विजय एक्का, प्रधान आरक्षक राधेश्याम कमल, रामप्रसाद यादव, और पैरालिगल वोलंटियर उपस्थित रहे। इनके सहयोग से बैठक सफल रही और कोटवारों को अपने कर्तव्यों के प्रति और अधिक जिम्मेदार बनाने की दिशा में सकारात्मक पहल की गई।

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