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Raigarh News:27 सितंबर को कलम बंद काम बंद,प्रदेश के अधिकारी कर्मचारी रहेंगे सामूहिक अवकाश पर

 

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घरघोड़ा gharghoda ।छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के आह्वान पर प्रदेश के 100 से अधिक संगठन कलम बंद काम बंद आंदोलन के तहत 27 सितंबर को सामूहिक अवकाश पर रहेंगे, प्रदेश के सभी मान्यता प्राप्त संगठन का प्रतिनिधि संगठन, छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन अपने चार सूत्री मांगों को लेकर लगातार शासन का ध्यान आकर्षित करता आ रहा है, परंतु अभी तक मांग पूरी न होने के कारण 27 सितंबर को पूरे प्रदेश के अधिकारी कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहेंगे,

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मोदी की गारंटी के तहत केंद्र के समान देय तिथि से 4% महंगाई भत्ता, जुलाई 2019 से देय तिथि पर लंबित महंगाई भक्तों के एरियस राशि का जी पी एफ खाते में समायोजन करने, मध्य प्रदेश की भांति 300 दिन अर्जित अवकाश का नगदी करण, चार स्तरीय समयमान वेतनमान, केंद्र के समान गृहभाड़ा भत्ता स्वीकृत करने की ,मांग के समर्थन में 27 सितंबर 24शुक्रवार को घोषित कलम बंद काम बंद हड़ताल में सभी शामिल होंगे।

घरघोड़ा फेडरेशन के संयोजक एवं प्रदेश तृतीय वर्ग शा कर्मचारी संघ के जिला शाखा अध्यक्ष संतोष कुमार पांडे बताया कि घरघोड़ा विकासखंड में अवकाश का आवेदन भरने का काम तेजी से प्रारंभ हो गया है सभी विभाग के कर्मचारी अधिकारी अपनी मांगों के समर्थन में आवेदन जमा करते जा रहे हैं, प्रदेश के स्वास्थ विभाग,इंजीनियर ,पटवारी, कृषि विभाग , वन विभाग ,महिला बाल विकास ,ट्रेजरी ,पी एच ई , पी डब्लू डी , नगर पंचायत आई टी आई एवम अन्य सभी विभाग के अधिकारी कर्मचारी बाध्य होकर आंदोलन में शामिल हो रहे हैं इतने लंबे समय तक मांग पूर्ण न होने के कारण। घरघोड़ा विकासखंड के नवापारा टेंडा, कुडूमकेला ,कोसमघाट, कोटरी माल, पोरडा,रायकेरा, कया,बहिरकेला,छोटे गुमडा,नवागढ़, छर्राटांगर,अमलीडीह,एवम सभी क्षेत्र के प्रभारी एवं अधिकारी कर्मचारी स्वमेव फार्म जमा कर रहे हैं।

पूरे प्रदेश में इस आंदोलन को लेकर फेडरेशन के पदाधिकारी दौरा कर रहे हैं रायगढ़ जिले के संयोजक आशीष रंगारी ,संजीव सेठी ए बी एस जाटवर एवम सभी संगठन के जिला पदाधिकारी विकासखंड के संयोजक एवं पदाधिकारी आंदोलन को सफल करने के लिए अपनी पूरी ऊर्जा के साथ लगे हुए हैं।

घरघोड़ा में राजेश मिश्रा शैलेंद्र कर्ण, केशव पटेल सुंदरमनी कौंध, बलिराम भगत, संजय पंडा, बो पी सिदार, हरिश्चंद बेहरा,आशीष शर्मा रोहित डनसेना, अश्विनी दर्शन विनोद मेंहर सुमन मिंज वीर सिंह ऋषिकेश साहू संजू पटेल सुदर्शन चौधरी विजय पडा, अखिलेश मिश्रा संत राम साहू संजय पंडा प्रमोद वर्मा सुरेंद्र होता बी पी सिदार मनोज प्रधान मंगलेश्वर महंत,संजय पैंकरा राम लखन सिंह संतोष सिंह सूरज पैंकरा, खेमसागर पैंकरा, सर्वेश मरावी हरिश्चंद्र साव मोहन चौहान वरुण गुप्ता नंदकलेश्वर साय सुदर्शन चौधरी आशीष तिर्की रामकुमार पटेल लोचन पटेल विजय साहू सुशील चौबे, प्रियंक दुबे सीमा खान,सीमा महंत, अनिल शर्मा, इंजीनियर कमलेश गुप्ता इंजीनियर यादव, अभिषेक बिसवाल, जयसवाल जी, सभी विभाग के कर्मचारी अपने इस आंदोलन को सफल करने में लगे हुए जिससे उनका लंबे समय से लंबी मूलभूत मांगे जल्दी पूर्ण हो।





इसे भी पढ़े:फ्री में दिलवा दी कोचिंग अब भुगतान करने में आनाकानी कर रहा प्रशासन! 

सारंगढ़- बिलाईगढ़। जिला प्रशासन द्वारा होनहार युवाओं को सीजीपीएससी, व्यापमं, नीट और जेई समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की निशुल्क कोचिंग देने के लिए जिले में सारबिला अकादमी को अधिकृत किया गया था। उक्त कोचिंग संस्था द्वारा अधिकारियों के निर्देश पर सेवाएं दी गई, लेकिन अब यहां पढ़ाने वाले शिक्षकों को वेतन देने में आनाकानी की जा रही है। ऐसे में संस्था में पढ़ाने वाले शिक्षक देवाशिष चौहान ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर वेतन भुगतान दिलवाने की मांग की है।

 

जानकारी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग, छत्त्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल, मेडिकल फील्ड के लिए नीट और जेई की निशुल्क कोचिंग के लिए सारबिला अकादमी का संचालन जून 2023 से मार्च 2024 तक अनुबंध था। इस दौरान छात्रों को लगातार निशुल्क कोचिंग सेवाएं दी गई। वहीं मार्च में लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लगने के बाद भी तात्कालीन कलेक्टर द्वारा कक्षाएं निरन्तर संचालित करने का आदेश दिया गया। इसके बाद तात्कालीन डीईओ भी 5 अप्रैल को कोचिंग संस्थान में पहुंचे और निरंतरता बनाए रखने के निर्देश दिया। जिस पर कोचिंग संस्था लगातार जारी रहा।

 

 

वहीं 1 जून 2024 को सारबिला अकादमी के एक वर्ष पूर्ण होने पर बीइओ संस्था में पहुंचे। उन्होंने भी निरंतर कक्षाएं लगाने कहा। एक सप्ताह बाद 7 जून को तात्कालीन एसडीएम वासु जैन संस्था में आए। उन्होंने छात्रों को न सिर्फ कैरियर संबंधी गाइडलाइंस दिया, बल्कि संस्था की तारीफ करते हुए निरंतरता बनाए रखने की बात कही थी। अनुबंधित तारीख अप्रैल 2024 के बाद संस्था में पहुंचे सभी अधिकारियों द्वारा निरंतर कक्षाएं संचालित करने के लिए प्रेरित किया गया, जिसका पालन किया गया और 10 जुलाई 2024 तक निरंतर कक्षाएं संचालित की गई।

 

मौखिक या लिखित रूप से कोचिंग संस्थान को बंद करने के लिए आदेश नहीं दिया गया, लेकिन यहां छात्र छात्राओं को पढ़ाने वाले शिक्षकों को जिला प्रशासन द्वारा अभी तक वेतन भुगतान नहीं किया गया है। इससे यहां पढ़ाने वाले शिक्षक आर्थिक परेशानियों से गुजर रहे हैं। वेतन भुगतान की मांग को लेकर कलेक्टर कार्यालय जाने पर वहां इस समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है। ऐसे में एक अब शिक्षक ने सीधे कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर भुगतान दिलवाने की मांग की है।

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