छत्तीसगढ़सारंगढ़सारंगढ़ - बिलाईगढ़

छत्तीसगढ़ के हाईकर्स अमृतसर, मनाली, चंडीगढ़ की प्राकृतिक अध्ययन यात्रा से सकुशल वापस लौटे…

रॉक गार्डन का दर्शन एवं बर्फ पर एडवेंचर सबसे उपयोगी रहा…

सारंगढ़।भारत स्काउट गाइड छत्तीसगढ़ द्वारा 110 स्काउटर गाइडर के लिए आठ दिवसीय प्राकृतिक अध्ययन शिविर  कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।जिसमेंअनेक शैक्षणिक और प्राकृतिक स्थान का अवलोकन किया गया।यह कार्यक्रम राज्य सचिव कैलाश सोनी, राज्य संगठन आयुक्त विजय यादव व हाइक लीडर शांतनु कुर्रे के निर्देशन में संपन्न हुआ।जिसमें सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला से मुख्य जिला आयुक्त अजय गोपाल जिला आयुक्त एल. पी. पटेल एवं जिला कार्यकारिणी के निर्देशन में 12 स्काउटर गाइडर इस हाईक में सम्मिलित हुए थे। जिसमें विकासखंड बरमकेला से वरिष्ठ स्काउटर समय लाल काठे, हीरालाल पटेल, पदमलया प्रधान, विकासखंड सारंगढ़ से  कार्यवाहक सचिव कन्हैया लाल लहरे, ओम प्रकाश चौहान, पिलादाउ वारे, रुक्मणी देवांगन, उषा निराला, विकासखंड बिलाईगढ़ से ईश्वरी प्रसाद साहू, रवि शंकर सिदार, मानेष पांडे, कुशल कुमार मिरी सम्मिलित होकर सारंगढ़ जिले का प्रतिनिधित्व किया।

इस कार्यक्रम में हाईकर्स ने राष्ट्र के प्रति सम्मान सद्भावना आत्मीयता भाईचारे के साथ-साथ देश के प्रति सेवा की भावना का विकास किया।

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जिसमें हाईकर्स अमृतसर स्वर्ण मंदिर, जलियांवाला बाग,अटारी बाघा बॉर्डर, मनाली क्लब हाउस, वशिष्ठ मंदिर गर्म पानी का वशिष्ठ कुंड, पीर पंजाल पर्वत पर 9 किलोमीटर लंबी अटल टनल, सोलंग वैली, समुद्र तल से 7000 फीट ऊंचाई पर चंद्रा नदी के दाहिने शिशु वैली में बर्फ का विशाल भंडार, व्यास नदी पर जिप लाइन, ट्रैकिंग, राफ्टिंग जैसे एडवेंचर, चंडीगढ़ में सिकारा झील, रॉक गार्डन जैसे कई अदभुत स्थानों का शैक्षणिक व प्राकृतिक विशेषताओं का बारीकियों से अध्ययन करते हुए 15 दिसंबर को समता एक्सप्रेस से वापस राज्य मुख्यालय रायपुर लौट आये।

सुखद एवं मंगलमय यात्रा के लिए जिला मुख्य आयुक्त अजय गोपाल, जिला आयुक्त नरेश चौहान, जिला सचिव पूनम सिंह साहू, जिला संगठन आयुक्त लिंगराज पटेल, जिला मुख्यालय आयुक्त पवन कुमार नायक, जिला प्रशिक्षण आयुक्त शंकर लाल साहू, संयुक्त सचिव गुणवंती साहू सहित जिले के समस्त पदाधिकारियों ने  शुभकामनाएं प्रेषित किया।

हाईकर समय लाल काठे ने बताया कि पर्यावरण विद नेक चंद ने टूटी फूटी बेकार पड़ी चीनी मिट्टी, टाइल्स, चूड़ियों, बिजली की सामग्रियों जैसे अनुपयोगी वस्तुएं जो की सड़ते गलते नहीं है उससे गुड़िया, जानवर, स्नेक जैसे प्रजाति के आकर्षण एवं विविध आकृतियों का निर्माण किया गया है। प्रत्येक व्यक्ति को चंडीगढ़ का रॉक गार्डन निश्चित रूप से दर्शन करना चाहिए और प्रेरणा लेकरके अनुपयोगी वस्तुओं से उपयोगी वस्तु बनाने का तरीका सीखना चाहिए। हमारी प्रकृतिक अध्ययन यात्रा में रॉक गार्डन का अध्ययन सबसे श्रेष्ठ एवं उपयोगी रहा। हमारी प्रकृतिक अध्ययन यात्रा का लाभ निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ के विद्यार्थियों को प्राप्त होंगे।

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