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खीरी पहुंची कमिश्नर, विकास भवन में की बैठक, बाढ़ से निपटने को बनी रणनीति

जनप्रतिनिधियों, अफसरो संग आगामी बाढ़ से निपटने को हुआ गहन मंथन

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जनप्रतिनिधियों ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव। आयुक्त ने की राहत कार्यों की समीक्षा, दिए निर्देश

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अफजल अली लखीमपुर खीरी जिला ब्यूरो चीफ की रिपोर्ट

लखीमपुर खीरी। सोमवार को आयुक्त, लखनऊ मंडल डॉ रोशन जैकब जनपद खीरी पहुंची, उनके जनपद आगमन पर डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल व एसपी गणेश प्रसाद साहा ने स्वागत किया। आयुक्त ने विकास भवन सभागार में जनप्रतिनिधियों, जिला प्रशासन, सिंचाई महकमें के आला अफसरों संग अगले वर्ष बाढ़ व कटान की विभीषिका से निपटने की रणनीति पर गहन मंथन किया। बैठक में विधायक योगेश वर्मा, रोमी साहनी, मंजू त्यागी, विनोद शंकर अवस्थी, अमन गिरी, शशांक वर्मा, अपर आयुक्त प्रशासन राधेश्याम, एडीएम संजय कुमार सिंह, अधीक्षण अभियंता बाढ़ खंड धर्मेंद्र कुमार सहित सभी संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। बैठक की अध्यक्षता करते हुए आयुक्त डॉ रोशन जैकब ने अगले वर्ष के लिए जिले में बाढ़ व कटान से निपटने के लिए की जाने वाली तैयारियो को समयबद्धता से पूरी करने के निर्देश दिए। तहसीलवार शारदा-घाघरा नदी से प्रभावित होने वाले ग्रामों में कहां-कहां कटाव निरोधक कार्य प्रस्तावित किए जाने हैं, इसपर भी गहन चर्चा की। नदी की ड्रेजिंग, बंधे के गैप को पूरा करने, कटान निरोधक परियोजनाओं के लिए प्रस्ताव तैयार करने, सक्षम स्तर को स्वीकृति हेतु भेजने, स्वीकृति मिलने के बाद समय से काम शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने मा. जनप्रतिनिधियों, अफसरो संग अगले वर्ष बाढ़ भीषण रूप से ना आए, उसके लिए बाढ़ एवं कटान निरोधक कार्य सहित अन्य तरीके की गतिविधियों पर गहन मंथन किया, संबंधित सिंचाई महकमें के अफसरो को जरूरी दिशा निर्देश दिए। इस बाढ़ से अगले वर्ष तक के लिए समय का सदुपयोग करते हुए व्यापक जनहित में प्रासंगिक प्रस्ताव तैयार करें। कमिश्नर ने अफसरो से जाना कि बाढ़, कटान से बचाव के लिए क्या-क्या प्रस्ताव तैयार है और उनकी आवश्यकता, प्रासंगिकता भी पूछी। जनप्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित कर सुनिश्चित कराए कि कोई भी जरूरी प्रस्ताव न छूटने पाए। अधीक्षण अभियंता बाढ़खंड धर्मेंद्र कुमार को निर्देश दिए कि पानी सूखने के बाद त्वरित गति से स्टडी करवाने, प्रस्ताव बनाने के साथ ही स्वीकृति मिलते ही जल्द काम शुरू करवाए जाए। नदी को स्वरूप में लाने के लिए ड्रेजिंग जरूरी है। अधीक्षण अभियंता को निर्देशित करते हुए कहा कि जनवरी से काम शुरू करना है। सभी जरूरी प्रक्रियाए दिसंबर तक अनिवार्य रूप से पूरी करवाए। बैठक में बाढ़ की विभीषिका से निपटने के लिए उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में प्रभावित गांवों में बाढ़ की विभीषिका से निपटने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए। आयुक्त ने निर्देश दिए कि जनप्रतिनिधियों से प्राप्त महत्वपूर्ण सुझावों को नोट कर उनपर अमल कर आगामी वर्ष के लिए प्रस्ताव और कार्य योजना तैयार करें।

प्रभावित गांव में खुली बैठक में दें सर्वे की जानकारी : आयुक्त

आयुक्त डॉ रोशन जैकब ने जिले की सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों की गहन समीक्षा भी की। सभी प्रभावित परिवारों को अनिवार्य रूप से राहत किट प्रदान किए जाने के निर्देश दिए। सुनिश्चित कराए कि कोई भी प्रभावित परिवार राहत किट पाने से वंचित न रहने पाए।निर्देश दिए कि बाढ़ से हुए नुकसान के लिए सरकार से अनुमन्य मुआवजा प्रदान करने के उद्देश्य से कराए गए सर्वे में रकबे के आकलन को ग्रामसभा की खुली बैठक में पढ़कर सुनाए। डीपीआरओ को निर्देश दिए कि सभी प्रभावित गांवों में तिथियां तय करके बैठके प्रस्तावित करें, जिसमें राजस्व निरीक्षक, लेखपाल किए आकलन को पढ़कर सुनाएं। डीएम ने निर्देश दिए कि प्रदान किए जाने वाले मुआवजे की सूची को भी चस्पा कराया जाए। आवश्यकतानुसार सर्वे का रिएसेसमेंट भी करवाए।

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