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सुरेंद्र मिश्रा, लालमोहन पटेल और स्कूली बच्चों के मेहनत से पीएमश्री स्कूल बार ने रचाया कीर्तिमान

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पीएमश्री प्राथमिक स्कूल केंदवाही बार के सैकड़ों बच्चों हुए प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थान में चयनित

सारंगढ़ बिलाईगढ़, कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू ने बरमकेला ब्लॉक के पीएमश्री प्राथमिक स्कूल केंदवाही बार का विगत दिवस निरीक्षण किया। कलेक्टर ने स्कूली बच्चों से उनके पढ़ाई के बारे में जाना और उन्हें शाबाशी दी। कलेक्टर ने इस स्कूल के लिए अपनी जमीन दान करने वाले लालमोहन पटेल से मुलाकात की और उनके द्वारा बच्चों की स्कूल के लिए दिए गए दान की तारीफ की।

निरीक्षण के दौरान प्रधान पाठक सुरेंद्र मिश्रा ने कलेक्टर को जानकारी दी कि इस स्कूल के लगभग 110 विद्यार्थी अपनी विशिष्ट पहचान के लिए क्षेत्र में जाने जाते हैं। यह सभी बच्चे होनहार एवं अपने ज्ञान से पं. जवाहर लाल नेहरू उत्कर्ष योजना, नवोदय विद्यालय और सैनिक स्कूल परीक्षा उत्तीर्ण कर कक्षा छठवीं से 12वीं की पढ़ाई नवोदय विद्यालय, सैनिक स्कूल और रायपुर के प्रतिष्ठित निजी संस्थान राजकुमार कॉलेज जैसे रायपुर और रायगढ़ के निजी विद्यालयों में अध्यनरत हैं।

प्रधान पाठक सुरेंद्र मिश्रा ने कहा कि वह तन मन धन से स्कूली बच्चों के ज्ञान और उनके उज्जवल भविष्य के लिए हमेशा से निरंतर कार्य कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। उनकी मंशा है कि सभी बच्चे अच्छे से पढ़ाई करें। परीक्षा में चयनित होकर बेहतर रोजगार और अपना नाम रोशन करें। उन्होंने स्कूल परिसर के दीवाल में सामान्य ज्ञान की जानकारी दीवार लेखन कराया है, जिससे स्कूली बच्चों का सामान्य ज्ञान बढ़ाने में मददगार है।

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पीएमश्री प्राथमिक स्कूल केंदवाही बार के सैकड़ों बच्चों हुए प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थान में चयनितसारंगढ़ बिलाईगढ़, कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू ने बरमकेला ब्लॉक के पीएमश्री प्राथमिक स्कूल केंदवाही बार का विगत दिवस निरीक्षण किया। कलेक्टर ने स्कूली बच्चों से उनके पढ़ाई के बारे में जाना और उन्हें शाबाशी दी। कलेक्टर ने इस स्कूल के लिए अपनी जमीन दान करने वाले लालमोहन पटेल से मुलाकात की और उनके द्वारा बच्चों की स्कूल के लिए दिए गए दान की तारीफ की।निरीक्षण के दौरान प्रधान पाठक सुरेंद्र मिश्रा ने कलेक्टर को जानकारी दी कि इस स्कूल के लगभग 110 विद्यार्थी अपनी विशिष्ट पहचान के लिए क्षेत्र में जाने जाते हैं। यह सभी बच्चे होनहार एवं अपने ज्ञान से पं. जवाहर लाल नेहरू उत्कर्ष योजना, नवोदय विद्यालय और सैनिक स्कूल परीक्षा उत्तीर्ण कर कक्षा छठवीं से 12वीं की पढ़ाई नवोदय विद्यालय, सैनिक स्कूल और रायपुर के प्रतिष्ठित निजी संस्थान राजकुमार कॉलेज जैसे रायपुर और रायगढ़ के निजी विद्यालयों में अध्यनरत हैं। प्रधान पाठक सुरेंद्र मिश्रा ने कहा कि वह तन मन धन से स्कूली बच्चों के ज्ञान और उनके उज्जवल भविष्य के लिए हमेशा से निरंतर कार्य कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। उनकी मंशा है कि सभी बच्चे अच्छे से पढ़ाई करें। परीक्षा में चयनित होकर बेहतर रोजगार और अपना नाम रोशन करें। उन्होंने स्कूल परिसर के दीवाल में सामान्य ज्ञान की जानकारी दीवार लेखन कराया है, जिससे स्कूली बच्चों का सामान्य ज्ञान बढ़ाने में मददगार है। जमीन के दानदाता लालमोहन पटेल ने कहा कि वे चाहते थे कि गांव के बच्चे गांव में ही स्कूल जाएं इसलिए उन्होंने अपनी जमीन को स्कूल के लिए दान दी। वे चाहते हैं कि यदि मिडिल स्कूल के लिए भी दान की जरूरत पड़े तो वे दान देना चाहेंगे। उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मैं स्कूल जैसे शिक्षा के मंदिर के लिए और अपने गांव के बच्चों के लिए जमीन दान में दिया है। उन्होंने बताया कि कोरोना काल के दौरान घर के बरामदे में जब शिक्षा देने का अवसर मिला तो उन्होंने अपने घर के परिसर में बड़े शेड के नीचे कक्षा संचालित करने के लिए स्थान दिया। लालमोहन पटेल और उनके परिवारजनों का सहयोग हमेशा से गांव के बालक बालिकाओं के प्रगति के लिए उत्साहपूर्वक सहयोगात्मक रहा है। निश्चित ही जमीन दानदाता, प्रधान पाठक और स्कूली बच्चों की मेहनत से केंदवाही बार के लगभग 110 बच्चों का चयन होना प्रधान पाठक सुरेंद्र मिश्रा, जमीन के दानदाता लालमोहन पटेल और स्कूली बच्चों के मेहनत, सहयोगात्मक और एक आदर्श परिवेश निर्माण और समाज के प्रति अपनी सहभागिता का उत्कृष्ट उदाहरण है। सुरेंद्र मिश्रा, लालमोहन पटेल और स्कूली बच्चों के मेहनत से पीएमश्री स्कूल बार ने यह कीर्तिमान स्थापित किया है।

जमीन के दानदाता लालमोहन पटेल ने कहा कि वे चाहते थे कि गांव के बच्चे गांव में ही स्कूल जाएं इसलिए उन्होंने अपनी जमीन को स्कूल के लिए दान दी। वे चाहते हैं कि यदि मिडिल स्कूल के लिए भी दान की जरूरत पड़े तो वे दान देना चाहेंगे। उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मैं स्कूल जैसे शिक्षा के मंदिर के लिए और अपने गांव के बच्चों के लिए जमीन दान में दिया है। उन्होंने बताया कि कोरोना काल के दौरान घर के बरामदे में जब शिक्षा देने का अवसर मिला तो उन्होंने अपने घर के परिसर में बड़े शेड के नीचे कक्षा संचालित करने के लिए स्थान दिया। लालमोहन पटेल और उनके परिवारजनों का सहयोग हमेशा से गांव के बालक बालिकाओं के प्रगति के लिए उत्साहपूर्वक सहयोगात्मक रहा है। निश्चित ही जमीन दानदाता, प्रधान पाठक और स्कूली बच्चों की मेहनत से केंदवाही बार के लगभग 110 बच्चों का चयन होना प्रधान पाठक सुरेंद्र मिश्रा, जमीन के दानदाता लालमोहन पटेल और स्कूली बच्चों के मेहनत, सहयोगात्मक और एक आदर्श परिवेश निर्माण और समाज के प्रति अपनी सहभागिता का उत्कृष्ट उदाहरण है। सुरेंद्र मिश्रा, लालमोहन पटेल और स्कूली बच्चों के मेहनत से पीएमश्री स्कूल बार ने यह कीर्तिमान स्थापित किया है।

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