विशाल कीर्तन समागम का आयोजन हुआ।

कानपुर से स्वप्निल तिवारी की रिपोर्ट
साडा मान -साडा अभिमान चार साहिबजादो क्रमश बाबा अजीत सिंह,बाबा जुझार सिंह,बाबा जोरावर सिंह,बाबा फतेह सिंह की शहादत को समर्पित सफर- ए-शहादत सप्ताह के अंतर्गत हो रहे कार्यक्रमों में आज का कार्यक्रम विशाल कीर्तन समागम के रूप में मोती झील पार्क मे किया गया। समागम की शुरुआत रेहरास साहिब पाठ से हुआ जो कि रोज गार्डन स्त्री सत्संग सभा द्वारा करके आरंभ किया गया,फिर कानपुर के स्त्री सत्संग जत्था की बीबी कुलजिंदर कौर ने,कीर्तनी भाई सज्जन सिंह मुरादनगर वालों ने कीर्तन गायन किया,जसप्रीत सिंह कानपुरी,ने कविता गायन किया, गुरु नानक फुलवारी जत्थे के बच्चों ने व स्त्री सत्संग की नीना बहन जी व बीवी जसप्रीत कौर बेदी ने कीर्तन गायन किया। तत्पश्चात लुधियाना से आये भाई साहब भाई तरनवीर सिंह (रब्बी) ने कीर्तन किया और संगत को वीर रस से सराबोर कीर्तन द्वारा भाव विभोर किया व अमृतसर से आए भाई साहब भाई जगतार सिंह ,जो कि श्री दरबार साहिब ,अमृतसर में हजूरी रागी है उन्होंने कीर्तन गायन कर संगत को निहाल किया। कीर्तन कार्यक्रम के बीच में सफर-ए- शहादत सप्ताह के चलते आयोजित की गई प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में ग्रुप अ क्रमशः जशनदीप सिंह प्रथम,गुरु जस सिंह द्वितीय, व गुरसीरत कौर तृतीय आए,ग्रुप ब प्रथम प्रियांशी यादव, द्वितीय नैंसी कनौजिया तृतीय तरनप्रीत सिंह ग्रुप स मे हरलीन कौर,द्वितीय ब्रजदीप सिंह, तृतीय करनदीप सिंह को इनाम में कंप्यूटर व ब्लूटूथ म्यूजिक सिस्टम दिए गए सांत्वना पुरस्कार भी वितरित किए गए, पुरस्कार वितरण में सुखासन सेवा समिति का सहयोग रहा। कीर्तन समागम में सिख पंथ के महान बलिदानी गुरुसिख जो कि शहीद हुए थे उनके जीवन परिचय व बलिदान को दर्शाती चित्रों की प्रदर्शनी भी लगाई गई लिखे हुए इतिहास के साथ जिनको आई हुई संगत ने अपने बुजुर्गों व बच्चों के साथ देखा और समझा। समागम में तकरीबन 15 से 20000 संगत ने लंगर भी छका,लंगर में विशेष रूप से साहबजादो की पसंदीदा चूरी जो की शक्कर और रोटी का बना व्यंजन होता है उसका प्रसाद भी संगत में बांटा गया समागम में लंगर बनाने की सेवा सन्त नगर यूथ कल्चरल सोसाइटी के हरप्रीत सिंह सोनू मनजीत सिंह विटू वीर जसपाल सिंह रविंद्र सिंह व उनकी टीम ने किया संगत को पंगत बिठाने व वितरण की सेवा सिंह सोल्जर सदस्यों ने की, संगत को सुचारू रूप से प्रवेश व निकास करवाने की सेवा दशमेश शस्त्र दल के सदस्यों द्वारा की गई एवं जोड़ा घर जूते चप्पल संभाल की सेवा यंग मैन सिख एसोसिएशन द्वारा की गई, जल की सेवा खालसा सेवा दल द्वारा की गई, चाय की सेवा हरिमंदिर सेवा समिति द्वारा की गई, सुखासन की सेवा चनबीर सिंह (कैप्टन) के द्वारा की गई। सरदार गुरविंदर सिंह छाबड़ा (विक्की) प्रदेश अध्यक्ष सिख वेलफेयर सोसाइटी व की वर्तमान उपाध्यक्ष उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी ने चार साहेबजादो की लासानी शहादत से देश, धर्म व संस्कृति को बचाने की प्रेरणा लेने की बात संगत के सामने रखी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा लागू की गई योजना 70 वर्ष के ऊपर के बुजुर्गों के लिए चिकित्सा बीमा योजना के बारे में बताया कि कानपुर के सभी गुरुद्वारों में इसका पंजीकरण शिविर लगाया जाएगा। डा. मनप्रीत सिंह भट्टी ने समागम का संचालन किया। कीर्तन समागम कार्यक्रम में मुख्य रूप से सिख वेलफेयर सोसाइटी के पदाधिकारी चरणजीत सिंह नामी, हरमिंदर सिंह पूनी, रिंपी बिंद्रा, गगनदीप सिंह, जसबीर जुनेजा,रविंद्र सिंह सोमी, कैप्टनभाटिया, मनी, डिंपल ,गगन सोनी, रविंद्र सिंह सोनू, यश छाबड़ा, बब्बू वीर, बाबा वीर, संदीप छाबड़ा, अमरीक सिंह, दिवजोत सिंह, काकू वीर आदि शामिल रहे।