छत्तीसगढ़ प्रदेश जन स्वास्थ्य रक्षक संघ की संभागीय बैठक कोरबा में संपन्न!

दयाशंकर यादव सरगुजा संभाग ब्यूरो चीफ की रिपोर्ट
प्रदेश संगठन मंत्री डॉ पवन कुमार के नेतृत्व में बैठक आयोजितl
गत 27 वर्षों से राज्य के समस्त ग्राम अंचल क्षेत्र में कार्यरत जन स्वास्थ्य रक्षों को की मांग लंबित?
स्वास्थ्य संबंधी योजना सांसदों ने बनाया फिर खिलौना समझकर तोड़ भी दिया?
देश के सभी राज्यों के प्रशिक्षित जन स्वास्थ्य रक्ष को की जीवकोपार्जन की समस्या ऐतिहासिक बनकर रह गई? तोहफे में दिया झोलाछाप डॉक्टर की उपाधि?
समय-समय पर स्वास्थ्य अमला प्रशिक्षित जन स्वास्थ्य रक्षों पर त रैरते रहे आंखें!
छत्तीसगढ़ प्रदेश जन स्वास्थ्य रक्षक संघ के संभागीय पदाधिकारी की बैठक 28 दिसंबर को कोरबा जिले में संपन्न हुई जिसमें कई जिलों के पदाधिकारी उपस्थित हुए!
वर्ष 1996 97 में क्रमशः प्रशिक्षित जन स्वास्थ्य रक्षक जिन्हें पूरे देश में कम्युनिटी हेल्थ वालंटियर के रूप में प्रशिक्षित कर नियुक्ति दी गई थी एवं छोटे-मोटे बीमारियों के उपचार करने की जन स्वास्थ्य रक्षक मैन्युअल में उल्लेख किया गया था।

जिसमें समस्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों में जन स्वास्थ्य रक्षों की अहम भूमिका के साथ सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में बीमारी आने से पहले उसकी रोकथाम एवं पीएसी को सूचित करने का दायित्व प्रमुख था! जिसे मुर्त रूप में भारतीय संसद द्वारा 1996 97 में पूरे देश में लागू की गई थी! और तब से वर्तमान समय तक देश के अलग-अलग राज्यों में प्रशिक्षित जन स्वास्थ्य रक्षों की निरंतर सेवाएं प्राप्त हो रही है! जिसमें मानव पर आए कोरोना जैसी महामारी में इनकी अग्रणी भूमिका रही है, बावजूद इसके निरंतर सेवाएं देने के बाद इनकी एक्सपीरियंस एवं काम करने के तरीकों पर किसी प्रकार की कोई शंका की गुंजाइश नहीं रह जाती है!

इस दौरान छत्तीसगढ़ राज्य में कई मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री आए और चले गए? सभी के समक्ष संगठन द्वारा अपने सेवाओं को नियमित किए जाने की मांग किया जाता रहा! परंतु अभी तक उस पर किसी भी पार्टी की सरकार ने लोकहित में ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया जिससे पूरे प्रदेश व देश के जन स्वास्थ्य रक्षों की सेवाएं सुनिश्चित ए निश्चित किया जा सके ? जिससे राज्य के हजारों सीएस भी में काफी रोज है !उक्त लंबित मांग के परिपालन में आयोजित बैठक में माननीय प्रधानमंत्री , राष्ट्रपति ,राज्यपाल के समक्ष पुनः अंतिम बार अपने बात को रखने हेतु चर्चा एवं विचार विमर्श किया गया? जिसे अंतिम रूप राज्य स्तरीय बैठक में किए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया है ! एवं अनेक विषयों पर भी चर्चा किया गया जिसका सीधे तौर पर लाभ 24 घंटे आम जनता को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना होगा।

बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश संगठन मंत्री डॉ पवन कुमार ,प्रदेश प्रवक्ता भरत लाल गुप्ता ,मोहम्मद हकीक खान, सुनील जायसवाल ,संतोष बघेल समेत अनेक पदाधिकारी ने लोकतांत्रिक शासन प्रणाली में स्वास्थ्य सेवाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए माननीय प्रधानमंत्री के समक्ष अपने पीड़ा एवं मांग को रखे जाने पर अपनी- अलग-अलग सुझाव प्रस्तुत कियाl एवं उत्पन्न अनेक समस्याओं पर भी प्रकाश डाला गया, जिसे अंतिम रूप राज्य में दिया जाएगा! बैठक में उपस्थित पदाधिकारी में डॉक्टर पवन, संतोष बघेल, भरत लाल गुप्ता, सुनील जायसवाल, मोहम्मद हकीक खान ,प्रताप सिंह, सुरेश कुमार गुप्ता, केशव सिंह कंवर ,गोता सिंह, भुवन पाल ,नाथूलाल, श्यामलाल, कृष्ण कुमार कश्यप, दुआ दुआ पटेल पुनि राम विश्वकर्मा, शाहिद दास महंत ,जगदीश कुमार यादव, गुरव दास महंत ,भगवत प्रसाद श्रीवास, गरजपाल सिंह ,जगदीश प्रसाद, समय लाल चौहान ,इत्यादि बैठक में सक्रिय रूप से उपस्थित रहे!