
बिलाईगढ़ से प्रकाश कुमार डनसेना की रिपोर्ट
बिलाईगढ़: भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेई के जन्मदिन के अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिलाईगढ़ परिसर में जन औषधि केंद्र का भव्य शुभारंभ खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ पुष्पेंद्र वैष्णव एवं जन प्रतिनिधियों के द्वारा किया गया l इस अवसर पर डॉ पुष्पेंद्र वैष्णव के द्वारा भारतीय जन औषधि केंद्र से होने वाले फायदों को बड़े ही विस्तार से जानकारी दिए।

जन औषधि केंद्र: सस्ती दवाइयां, स्वस्थ भारत की ओर एक कदम
भारत में स्वास्थ्य सेवाओं को किफायती और सुलभ बनाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के तहत जन औषधि केंद्रों की स्थापना एक क्रांतिकारी कदम है। ये केंद्र आम जनता को गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाइयां बाजार मूल्य से 50% से 90% तक कम कीमत पर उपलब्ध कराते हैं।
सस्ती दवाइयों की उपलब्धता
जन औषधि केंद्रों का उद्देश्य है कि हर व्यक्ति को आर्थिक स्थिति की परवाह किए बिना दवाइयां मिल सकें। वर्तमान में देशभर में 10,000 से अधिक जन औषधि केंद्र कार्यरत हैं, जो ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लाखों लोगों को लाभ पहुंचा रहे हैं।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता
जन औषधि केंद्र न केवल मरीजों के लिए राहतकारी हैं, बल्कि इनसे दवाइयों पर निर्भरता कम कर स्वास्थ्य के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिल रहा है। जेनेरिक दवाइयों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए इन्हें प्रमाणित कंपनियों से मंगाया जाता है।
रोजगार और जागरूकता
इन केंद्रों ने न केवल दवाइयों की कीमतें घटाईं, बल्कि युवाओं के लिए स्वरोजगार के नए अवसर भी खोले। साथ ही, जन औषधि केंद्रों ने लोगों को जेनेरिक दवाइयों के उपयोग के प्रति जागरूक किया है।

सरकार का समर्थन और जनता का भरोसा
सरकार द्वारा इस परियोजना के लिए प्रोत्साहन और समर्थन निरंतर जारी है। इसका परिणाम है कि इन केंद्रों पर मिलने वाली दवाइयों की गुणवत्ता और कीमत पर जनता का भरोसा दिन-ब-दिन बढ़ रहा है।
जन औषधि केंद्र न केवल स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बना रहे हैं, बल्कि एक स्वस्थ और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। यह परियोजना प्रधानमंत्री के “सबका स्वास्थ्य, सबका विकास” के दृष्टिकोण का आदर्श उदाहरण है।