गांजा तस्करी का खुलासा,सारंगढ़ पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी।

सारंगढ़ से प्रवीण थॉमस की रिपोर्ट
दिनांक 20.12.2024 के रात्रि में मुखबिर से सूमना प्राप्त हुआ था कि एक सफेद रंग के इनोवा वाहन से उड़ीसा से छत्तीसगढ़ में गांजा की तस्करी होने वाली है। सूचना पर जिले के सरहदी थानों एवं साइबर सेल को अलर्ट किया गया था।

इसी तारतम्य में दिनांक 20-21.12.2024 की मध्य रात्रि में थाना डोंगरीपाली क्षेत्रांतर्गत ग्राम झाल के पास बार्डर में उड़ीसा से छत्तीसगढ़ की ओर से आ रही एक सफेद रंग की इनोवा वाहन कमांक CG06 GV8111 को पुलिस द्वारा रोकने पर पुलिस को देख कर तेज रफ्तार से भागने लगा पुलिस द्वारा उक्त इनोवा को पीछा करने पर इनोवा वाहन का चालक वाहन को ग्राम झाल के जंगल में मौके पर छोड़ कर फरार हो गया था।

वाहन की तलाशी लेने पर उक्त इनोवा वाहन में 06 बोरियों में भरा 151 किलोग्राम मादक पदार्थ गांजा मिलने पर थाना डोंगरीपाली में अपराध कमांक 70/2024 धारा 20 बी एनडीपीएस एक्ट पंजीबद्ध कर फरार आरोपी की पत्ता तलाश की जा रही थी। फरार आरोपी के संबंध में वाहन की जानकारी प्राप्त कर वाहन स्वामी अंकित नंद जो पूर्व विधायक सरायपाली किस्मत लाल नन्द से पुछताछ करने पर उसके द्वारा उक्त वाहन को दामाद सूर्यकांत नाग द्वारा लेकर जाना बताया गया।

थाना डोंगरीपाली एवं जिला साइबर टीम द्वारा सूर्यकांत नाग का लगातार पता तलाश किया जा रहा था। तकनीकि विश्लेषण के आधार पर सूर्यकांत नाग के साथी क्षमानिधी साहू पिता लालसाय साहू निवासी चारभांठा थाना सिंघोड़ा जिला महासमुन्द से पूछताछ करने पर उसके द्वारा घटना दिनांक को सूर्यकांत नाग द्वारा लाये जा रहे गांजा को बार्डर में पायलेटिंग करना स्वीकार किया गया जिसके एवज में सूर्यकांत नाग के द्वारा क्षमानिधी साहू को 5 हजार रूपय अपने बैंक खाते से क्षमानीधी साहू के बैंक खाते में फोन पे से 20 तारीख को रूपये ट्रांसफर किया था।

सूर्यकांत नाग पुलिस के पकड़े जाने के डर से लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था। आज दिनांक 26.12.2024 को सूर्यकांत नाग को जिला बलांगिर उड़ीसा से थाना डोंगरीपाली एवं साइबर टीम द्वारा पकड़ा गया है। उसके द्वारा क्षमानिधी के सहयोग से उक्त गांजे का परिवहन करना स्वीकार किया गया है पकड़े गये दोनो आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया है।

सूर्यकांत नाग पूर्व में भी थाना आमानाका जिला रायपुर में गांजा तस्करी के प्रकरण में जेल जा चुका है।
प्रकरण में उक्त गांजा के तस्करी में शामिल अन्य आरोपियों तथा फार्वड-बैकवर्ड लिंकेज के संबंध में भी विवेचना की जा रही है।