
छत्तीसगढ़ विशेष संवाददाता शैलेंद्र कुमार की रिपोर्ट
मामला का विवरण मे ये अगर कहें कि किसी के साथ अलग किसी के साथ अलग व्यवहार हो रहा तो गलत नहीं कहा जायेगा । आपको बता दें कि आजकल ट्रांसफर के बाद कर्मचारी या तो हाईकोर्ट से स्टे लेने चल देते हैँ या फिर नेताओं के तलवे चाटने ।
अभी हाल मे ही कुछ पटवारियों का दिनांक 12/12/2024 को ट्रांसफर हुआ लेकिन रिलीविंग नहीं दिया गया.. तथा तहसील पत्थलगांव के एक भ्रस्ट बाबू जिनसे जनता परेशान थी । इनके ट्रांसफर से जनता मे ख़ुशी की लहर थी. पर पता नहीं इनको किनका संरक्षण मिला है या फिर ये पत्थलगांव के 5 पटवारी तथा विवादित बाबू संजीवनी पी के आए हैँ कि इस तहसील से इनका मोह खत्म नहीं हो रहा । रही बात भेदभाव की तो पहले के सभी पटवारी तथा राजस्व निरीक्षक को एक दिन मे भार मुक्त कर दिया गया। तो 12/12/24 को ट्रांसफर किये पटवारी
खेमराज नागदेव,प्रिया बरेठ,ललिता भार्गव,महेश भगत,हरीश सिंह,कुलदीप कुमार गुप्ता,विकास कुमार गुप्ता,छतराम अजय,मुमताज़ तिर्की,सतीश दास,मनोज निषाद
को रिलीव नहीं करना साफ भेदभाव दिखाता है। इस बारे मे sdm पत्थलगांव से बात करने पर उन्होंने बताया कि जबतक दूसरे तहसील से पटवारी नहीं आएंगे मै रिलीव नहीं कर सकती। मतलब ट्रांसफर आदेश के बाद कलेक्टर को रिलीविंग आदेश भी देना होगा तब रिलीविंग होगा.. अब देखना होगा इस पर कब कार्यवाही होती है… जबकि
छत्तीसगढ़ सरकार के मुताबिक, तबादला होने पर कर्मचारी को सात दिनों के अंदर जॉइनिंग देनी होती है. अगर कर्मचारी सात दिनों के अंदर जॉइनिंग नहीं देता, तो उस पर कार्रवाई की जाती है.