वन विभाग पुलिस व लेखपाल की सांठगांठ से किसानों ने हरे भरे सेमल के रोड़ से लगें पेड़ की बिक्री।

लखीमपुर खीरी से शरीफ अंसारी की रिपोर्ट
लखीमपुर खीरी सदर तहसील के ग्राम पंचायत पिपरा नदी पार के गांव के बाहर कोपा मुकुंद डामर रोड़ पर लगे हरे भरे सेमल के पेड़ दोनों साइड में तीन व्यक्तियों द्वारा बेचे गए, शाकिर पुत्र स्व करीम, जाबिर पुत्र स्व करीम, आबिर अली पुत्र स्व अब्बास, किसानों ने विक्रम ठेकेदार द्वारा रोड़ के सरकारी सेमल के पेड़ ठंड के कोहरे के सहारा लेकर शहंशाह आरा मशीन से काट डालें लगभग 50 पेड़ थे
जिसकी कीमत लाखों में बताई जा रही है वन विभाग पुलिस और राजस्व विभाग की मिली भगत से यह खेल खेला गया है जब लेखपाल से बात की गई तो उन्होंने हां य न कहने से पहले बग़ैर ज़वाब दिए फ़ोन काट दिया दोबारा दूसरी कॉल की गईं तो उन्होंने फोन नहीं उठाना समझा फिर कानूनगो रामप्रसाद निषाद से बात की गई तो बताया खसरा पर पेड़ चढ़े नहीं है इससे यह लगता है कि वन विभाग पुलिस लेखपाल की मिली भगत से लाखों रुपए के लगें सेमल के पेड़ विक्रम ठेकेदार द्वारा बिक्री कर दिया गए
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी जी ने न जाने कितने लाखों करोड़ों रुपए खर्च करके हर एक रोड़ पर पेड़ लगवा रहे हैं जिससे पर्यावरण सुरक्षित रहें और आने-जाने रेहगिरों के लिए धूप से निजात पाने के लिए पेड़ के छाव का सहारा ले सके। इस पर्यावरण को मिटाने के लिए हमारे उत्तर प्रदेश के अधिकारी व कर्मचारी बराबर से मेहनत कर रहे हैं क्योंकि उनको गवर्नमेंट के दिए गए तनख्वाहसन का भला नहीं हो पा रहा इसलिए उनको मजबूरन यह कदम उठाना पड़ रहा है।