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छत्तीसगढ़

किसानों का सम्मान कर धान खरीदी कार्य का हुआ शुभारंभ

समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए किसानों में उत्साहक लेक्टर ने धान खरीदी कार्य का लिया जायजा

जिले के 67 उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी का कार्य आज से प्रारंभ हो गया है। शासन के निर्देशानुसार जिला प्रशासन द्वारा खरीदी केन्द्रों में सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। कोण्डागांव विकासखण्ड के ग्राम बफना स्थित उपार्जन केन्द्र मंश किसानों को पुष्पमाला पहनाकर स्वागत किया गया और धान खरीदी कार्य का शुभारंभ किया गया। साथ ही किसानों को शाल एवं श्रीफल भेंटकर उनका सम्मान भी किया गया। इस दौरान कलेक्टर श्री कुणाल दुदावत ने खरीदी केन्द्र में व्यवस्थाओं का जायजा लिया और टोकन कटाने पहुंचे किसानों से मुलाकात की और कहा कि शासन द्वारा ऑनलाईन टोकन की व्यवस्था की गई है, जिससे किसान अपने घर पर ही मोबाईल एप टोकन तुंहर हाथ के माध्यम से टोकन कटा सकते हैं। कलेक्टर ने सभी किसानों को बिचौलियों से दूर रहने की अपील की। कलेक्टर ने किसानों से फसल के बारे में जानकारी ली और कहा कि खरीदी प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए इस बार इलेक्ट्रानिक तौल मशीन से धान का वजन किया जाएगा। इस अवसर पर श्री दीपेश अरोरा, खाद्य विभाग के अधिकारी, खरीदी केन्द्र के समस्त स्टॉफ उपस्थित थे।

धान तिहार को लेकर किसानों में उत्साह का माहौल

धान तिहार के शुभारंभ अवसर पर जिले में समर्थन मूल्य पर धान बेचने को लेकर किसानों में उत्साह देखने को मिल रहा है। बफना उपार्जन केन्द्र में 07 किसानों ने धान बेचने के लिए टोकन कटा लिए हैं, जिसमें से पहले दिन खरीदी केन्द्र पहुंचे ग्राम नेवता के किसान श्री गंगुराम देवांगन ने बताया कि उनके 04 एकड़ खेत के फसल को बेचने के लिए वे पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि इस बार अच्छी फसल हुई है। उन्होंने राज्य शासन द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य पर खुशी जताते हुए कहा कि इससे उन्हें बहुत लाभ मिलेगा। इसी प्रकार ग्राम फरसगांव से धान बेचने पहुंचे किसान श्री मोतीराम सोरी ने बताया कि उन्होंने साढ़े पांच एकड़ में फसल लगाया था, जिसमें अच्छी पैदावार हुई है। शासन के समर्थन मूल्य पर धान खरीदी से उन्हें मेहनत का उचित लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री विष्णदेव साय के नेतृत्व में राज्य शासन द्वारा 3100 रूपए समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी से न केवल किसानों को उनकी मेहनत का उचित लाभ मिल रहा है बल्कि वे आर्थिक रूप से सशक्त भी हो रहे हैं और कृषि के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं।

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