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प्रोजेक्ट वीरगाथा में शाप्रा शाला बुटीपारा की बेहतरीन सहभागिता

सारंगढ़ । विकासखण्ड अंतर्गत शाप्रा शाला बुटीपारा में पदस्थ सक्रिय प्रधान पाठक प्रियंका गोस्वामी के कुशल नेतृत्व में वीरगाथा प्रोजेक्ट 4.0 का आयोजन किया गया । प्रधान पाठक प्रियंका ने बताया कि वीरता पुरस्कार पोर्टल (जीएपी) के तहत वर्ष 2021 में वीरता पुरस्कार विजेताओं की बहादुरी के कार्यों, इन बहादुर दिलों की जीवन गाथा का विवरण छात्रों के बीच प्रसारित करने के उद्देश्य से परियोजना वीर गाथा की स्थापना की गई थी ताकि – देशभक्ति की भावना को बढ़ाया जा सके और उनमें चेतना के मूल्यों का संचार किया जा सके।
परियोजना वीर गाथा ने देश के सभी स्कूलों के छात्रों को वीरता पुरस्कार विजेताओं पर आधारित रचनात्मक परियोजनाओं , गतिविधियों को करने के लिए एक मंच प्रदान करके इस महान उद्देश्य को और मजबूत किया है । इसके एक हिस्से के रूप में, शाप्राशा बुटीपारा के छात्रों ने वीरता पर कला, कविता, निबंध मल्टीमीडिया जैसे विभिन्न मीडिया के माध्यम से अलग-अलग परियोजनाएं तैयार कीं और इन परियोजनाओं को रक्षा मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय द्वारा ऑनलाइन प्रमाण पत्र से पुरस्कृत किया गया। इस कड़ी में वेदान मुंडा,प्रेम मुंडा प्रिंस देवांगन ने चित्रकला, निबन्ध लेखन,कविता में शानदार सहभागिता निभाई, संस्था प्रमुख गोस्वामी द्वारा इन बच्चों को प्रमाण पत्र देकर इनकी सराहना की एवं हमेशा इसी तरह के अच्छे कार्य करने की सीख दी, इस अवसर पर चन्द्रकांति स्वर्णकार एवम रेखा यादव उपस्थित रहे यह परियोजना प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह के साथ-साथ आयोजित की जाती है।
वीर गाथा को अभूतपूर्व सफलता मिली है, 2021- 22 में आयोजित वीर गाथा 1.0 में 8 लाख, 2022-23 में आयोजित वीर गाथा 2.0 में 19.5 लाख 2023-24 में आयोजित वीर गाथा 3.0 में 1.37 करोड़ भागीदारी रही। रक्षा मंत्री और शिक्षा मंत्री ने वीर गाथा की सराहना करते हुए इसे ‘भारत के छात्रों के बीच एक क्रांति का अग्रदूत’ बताया है।
रक्षा मंत्रालय (MoD) ने शिक्षा मंत्रालय (MoE) के सहयोग से अब 2024-25 के दौरान प्रोजेक्ट वीर गाथा 4.0 सराहनीय है,रक्षा मंत्रालय देशभर के स्कूलों के लिए वर्चुअल,आमने-सामने जागरूकता कार्यक्रम , सत्र आयोजित कर रहा है, इसमें कार्यक्रम सत्र बार-बार आयोजित किए जाएंगे। उक्त कार्यक्रम सत्रों के लिए स्थानों और समय की सूची रक्षा मंत्रालय द्वारा प्रत्येक राज्य/केंद्र शासित प्रदेश के साथ (अग्रिम में) साझा की जाएगी ताकि अधिकतम स्कूल इसमें भाग ले सकें।
अंतःविषयक और कला – एकीकृत गतिविधियां जैसे कविता, पैराग्राफ, निबंध, पेंटिंग/ड्राइंग, मल्टीमीडिया प्रस्तुति गतिविधियां कराई जाती हैं, जिन्हें व्यक्तिगत छात्रों द्वारा परियोजना के रूप में किया जाता है ।
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